पूर्णिया मेडिकल कॉलेज की बदहाली पर तेजस्वी यादव का औचक निरिक्षण, किया बड़ा हमला | बिहार स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्णिया आगमन से पहले पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि करोड़ों रुपये की लागत से बने इस अस्पताल में आईसीयू, ट्रॉमा सेंटर और कार्डियोलॉजी विभाग तक नहीं है। अधिकांश चिकित्सकों और नर्सों के पद रिक्त हैं, एक बेड पर कई मरीजों को रखा जा रहा है और सफाई व्यवस्था भी बेहद खराब है। तेजस्वी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण रोजाना हजारों मरीज निजी अस्पतालों का रुख करने को मजबूर हैं। उन्होंने एनडीए सरकार पर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार इमारत तो बनाती है लेकिन डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी नियुक्त नहीं करती। तेजस्वी ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे मुख्यमंत्री को साथ लेकर मेडिकल कॉलेज का दौरा करें ताकि जनता को वास्तविक स्थिति दिखाई दे।

- प्रधानमंत्री से तेजस्वी यादव ने आग्रह किया कि कल पूर्णिया आइयेगा तो मुख्यमंत्री को साथ लेकर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल जरूर जाइयेगा, नहीं तो यह मुख्यमंत्री कहेंगे कि 2005 से पहले कुछ था जी
- प्रधानमंत्री के पूर्णिया आगमन से एक दिन पहले अचानक पूर्णिया पहुंचे पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पूर्णिया जिला युवा राजद के जिलाध्यक्ष नवीन यादव के साथ पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया गिनायी असंख्य खामियां
(सीमांचल से अशोक/विशाल/पिंटू की खास रिपोर्ट)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 सितंबर को पूर्णिया पधार रहे हैं और पूर्णिया सहित संपूर्ण सीमांचल कोशी क्षेत्र के वासियों को पूर्णिया एयर पोर्ट की सौगात देंगे।आम सभा करेंगे और राज्य से लेकर केन्द्र तक की अपनी सरकारों की उपलब्धियों की बखान करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता से पूछेंगे कि 2005 से पहले यह सब कुछ था जी। हमने क्या क्या कर दिया।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पूर्णिया आगमन से एक दिन पहले अचानक पूर्णिया की सरजमीं पर आ पहुंचे बिहार के प्रतिपक्ष के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव रात की पहर में पूर्णिया स्थित सदर अस्पताल जी एम सी एच अर्थात गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का निरीक्षण करनेजा पहुंचे तो अवाक रह गए कि पूर्णिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में
20 सालों वाली एनडीए सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था बद से भी बदतर क्यों है।
बिहार सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पूर्णिया जिला युवा राजद के जिलाध्यक्ष नवीन यादव के साथ मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का निरीक्षण करते हुए एवं स्वयं अपने मुंह से वीडियो के जरिए पूर्णिया सदर अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज की बदहाली से जनता को रूबरू कराते हुए बताया है कि यह बदहाली किसी जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की नहीं बल्कि पूर्णिया में करोड़ों रूपए की लागत से स्थापित किए गए पूर्णिया मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल की है।
जिसका आँखों देखा हाल बताते हुए बिहार के युवाओं और आम जनता के लिए अति लोकप्रिय हो चुके राजद नेता तेजस्वी यादव ने जनता से कहा कि बिहार की जुमलेबाज निकम्मी सरकार के अमंगलकारी स्वास्थ्य मंत्री को लानत भेजिए।
उन्होंने कहा कि पूर्णिया का यह मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल है जहां आई सी यू नहीं है।
ट्रॉमा सेंटर चालू नहीं है। कार्डियोलॉजी यानि हृदय रोग विभाग है ही नहीं। एक बेड पर तीन-तीन मरीज लेटा कर रखे जा रहे हैं। 15-20 दिन में भी मरीजों की बेडशीट नहीं बदली जाती है।
हड्डी रोग से संबंधित और विकलांग शल्य चिकित्सा से संबंधित मरीजों के लिए शौचालय दो फीट ऊंचा है और उस पर तुर्रा यह कि साफ़-सफाई बिल्कुल नहीं है।
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में नर्स के स्वीकृत 255 पदों में से केवल 55 नर्स ही कार्यरत हैं , वो भी तीन शिफ्ट में। यानि एक बार में केवल 18 नर्स ही ड्यूटी पर रहती हैं। छुट्टी पर रहेंगी तो उससे और कम नर्स ड्यूटी पर रहेंगी।
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बताया कि इस सरकारी मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में 80% चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। और बड़े आश्चर्य की बात है कि यहां एक भी स्थायी ड्रेसर नहीं है।
पूरे कॉलेज और हॉस्पिटल में केवल 4 ही ओ टी सहायक हैं और 23 विभाग में से अनेक विभाग बंद ही हैं।
प्रोफेसर और सहायक प्रोफ़ेसर की संख्या भी नाम मात्र की है और मेडिकल इंटर्स को 6 महीनों से सैलरी नहीं मिली है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने आश्चर्य व्यक्त किया कि पूर्णिया के इस सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, स्वास्थ्य उपकरण, स्वास्थ्य सेवा और सुविधा के अभाव के कारण पूर्णिया के निजी अस्पतालों में प्रतिदिन बाहर से 10 हजार मरीज जाने को मजबूर हैं।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सह बिहार में महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए की बिहार सरकार के भ्रष्ट मंत्री और अधिकारी भ्रष्टाचार में कमीशन खाने के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च कर केवल बिल्डिंग बनाते हैं , लेकिन , डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मी, लैब टेक्निशियन, ड्रेसर, असिस्टेंट इत्यादि की नियुक्ति नहीं करते हैं। कमीशन के लिए हज़ारों करोड़ के स्वास्थ्य उपकरण खरीदते हैं , लेकिन , उन्हें चलाने के लिए टेक्निशियन की बहाली नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि 15 तारीख को प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश जी जुमलों की बारिश करने सीमांचल के पूर्णिया में पधार रहे हैं और उच्च पद पर विराजमान होने के बाबजूद भी ओछी और छोटी बातें करने से नहीं चूकते हैं।
उन्होंने फब्तियां कसते हुए कहा कि उन्हें बिहार की अपनी 20 सालों वाली और केंद्र की अपनी 11 वर्षों वाली डबल इंजन सरकार की ऐसी बड़ी-बड़ी ख़ामियाँ बिल्कुल ही नहीं दिखेंगी ? , लेकिन , जनता को कहेंगे कि हमने सब कुछ किया कि नहीं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी बिहार में 20 वर्षों वाली अपनी एन डी ए सरकार के भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी, एनडीए सरकार की विफलताओं, इलाज के नाम पर गरीबों से लूट, बदहाल शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था तथा डबल इंजन वाली अपनी डबल जंगलराज पर प्रवचन देंगे , तो , मेरा सुझाव है प्रधानमंत्री जी, कि कल पूर्णिया के इस मेडिकल कॉलेज में जरूर जाइएगा और 2005 के बाद वाले मुख्यमंत्री को भी अपने साथ लेकर अवश्य जाइएगा , नहीं तो वो कहेंगे कि 2005 से पहले कुछ था जी ?