सीमांचल चुनाव 2025: भाजपा, जदयू और राजद में उम्मीदवारों को लेकर घमासान

सीमांचल की राजनीति में इस बार भाजपा, जदयू, राजद और लोजपा के बीच उम्मीदवारों की घोषणा और सीट शेयरिंग को लेकर जोरदार हलचल मची हुई है। किशनगंज सदर सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन की उम्मीदवारी के विरोध के बाद भाजपा ने लोकल नेत्री स्वीटी सिंह को प्रत्याशी बनाया, जिससे स्थानीय कार्यकर्ताओं में संतोष देखा गया। ठाकुरगंज सीट से जदयू उम्मीदवार गोपाल अग्रवाल ने नामांकन दाखिल किया, जहां पूर्व मंत्री नौशाद आलम भी मौजूद रहे। वहीं धमदाहा में राजद द्वारा पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा को उम्मीदवार बनाए जाने से पूर्व विधायक दिलीप यादव नाराज हैं, लेकिन उन्होंने पार्टी के प्रति वफादारी जताई है। कसबा सीट पर लोजपा को टिकट मिलने से एनडीए में असंतोष है, क्योंकि भाजपा व हम के कार्यकर्ता बाहरी प्रत्याशी के विरोध में हैं और कई स्थानीय नेता निर्दलीय रूप में चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। भाजपा ने सीमांचल की नौ सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं— जिनमें पूर्णिया से विजय खेमका, कटिहार से तारकिशोर प्रसाद, किशनगंज से स्वीटी सिंह और सिकटी से विजय मंडल शामिल हैं। फिलहाल सीमांचल में आंतरिक मतभेद और संभावित विद्रोह भाजपा-एनडीए के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभर रहे हैं।

सीमांचल चुनाव 2025: भाजपा, जदयू और राजद में उम्मीदवारों को लेकर घमासान
  •  ठाकुरगंज से जदयू प्रत्याशी गोपाल अग्रवाल ने नामांकन दाखिल किया
  • किशनगंज मुख्यालय की सीट से स्वीटी सिंह भाजपा की प्रत्याशी घोषित
  • भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरोध स्वरूप शाहनवाज हुसैन की संभावना को ब्रेक लगी
  • सीमांचल की नौ सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार घोषित
  • उधर सीट शेयरिंग में लोजपा आर के खाते में गई कसबा सीट पर शुरू है भावी बाहरी प्रत्याशी का विरोध
  • लोकल भाजपा नेता के चुनाव मैदान में निर्दल कूदने की संभावना बलबती
  • महागठबंधन वाली राजद में भी मच रहे बबाल
  • धमदाहा में पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा को राजद प्रत्याशी बनाने से पूर्व राजद विधायक दिलीप यादव हुए मायूस

सीमांचल  (अशोक/विशाल)

सीमांचल के किशनगंज सदर विधान सभा क्षेत्र की सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन के भाजपा प्रत्याशी बनने की आशंका के मद्देनजर भाजपा के लोकल नेताओं कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए भाजपा ने किशनगंज की लोकल भाजपा नेत्री स्वीटी सिंह को किशनगंज से भाजपा का उम्मीदवार घोषित कर दिया है।

जबकि दूसरी ओर ठाकुरगंज विधान सभा क्षेत्र की सीट पर एन डी ए गठबंधन के घोषित जदयू प्रत्याशी गोपाल अग्रवाल ने मंगलवार को बतौर जदयू प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर दिया है।

इस मौके पर ठाकुरगंज के जदयू प्रत्याशी गोपाल अग्रवाल के साथ ठाकुरगंज के पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री सह बिहार सरकार के नव मनोनीत उर्दू परामर्शदातृ समिति के अध्यक्ष नौशाद आलम लगातार मौजूद रहे।

प्राप्त खबरों के अनुसार , पूर्णिया जिले के धमदाहा विधान सभा क्षेत्र की सीट के दावेदार रहे राजद के पूर्व विधायक दिलीप यादव को इस बार बेटिकट कर दिए जाने और उनके स्थान पर जदयू से राजद में आये नवागंतुक पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा को धमदाहा विधान सभा क्षेत्र की सीट से उम्मीदवार घोषित किए जाने से धमदाहा के पूर्व विधायक दिलीप यादव में घोर मायूसी व्याप्त हो गई है , लेकिन , धमदाहा के राजद महकमा का दावा है कि इस तरह के दंश झेलने के बाबजूद पूर्व विधायक दिलीप यादव अपनी पार्टी राजद के साथ सहयोग की भावना सहित जुड़े रहेंगे।

दूसरी ओर कसबा विधानसभा क्षेत्र की सीट से इस बार का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा और हम पार्टी के नेताओं ने कमर कस रखा था , कि , इस सीट से भाजपा या हम में से किसी एक की ही उम्मीदवारी होगी लेकिन सीट शेयरिंग में अचानक इस सीट को एन डी ए गठबंधन की लोजपा रामविलास द्वारा झटक लिए जाने के कारण कसबा के एन डी ए गठबंधन के कार्यकर्ताओं और नेताओं में भारी विरोध की ज्वाला इसलिए भड़क उठी है क्योंकि उक्त सीट से चुनाव मैदान में बाहरी प्रत्याशी थोपने की कबायद होने का एहसास लोकल एन डी ए गठबंधन वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं को हो गया है।

चर्चा है कि पूर्णिया सदर क्षेत्र के निवासी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शंकर झा बाबा  के सुपुत्र सह पार्टी के पूर्णिया जिला अध्यक्ष सुमित झा के चुनाव मैदान में उतरने की संभावना बलबती है। लिहाजा , पिछले विधान सभा चुनाव में प्रत्याशी रहे पूर्णिया जिला हम पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव ने भी घोषणा कर दी है कि वह भी इस बार किसी भी सूरत में इस सीट को नहीं छोड़ेंगे और निर्दल चुनाव मैदान में उतरेंगे।

दूसरी ओर से कसबा विधानसभा क्षेत्र में पूरी शिद्दत से भाजपा की उम्मीदवारी हांसिल करने के लिए जी जान से अपना सब कुछ न्यौछावर करते हुए व्यापक जन संपर्क अभियान चलाने वाले प्रख्यात भाजपा नेता किशोर जायसवाल के भी बाहरी प्रत्याशी के विरोध में निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में कूदने की संभावना व्यक्त की जाने लगी है , लेकिन , इस संदर्भ में फिलवक्त एन डी ए गठबंधन और भाजपा के द्वारा सुधार किए जाने की संभावना चुकी बांकी है और सुधार की आस भी बलबती है , इसलिए , कसबा सीट के उदासीन भाजपाइयों द्वारा उचित वक्त का इंतजार किया जा रहा है और बताया जाता है कि जब फ़िर भी इस संदर्भ में सुधार की संभावना पूरी तरह से क्षीण हो जाएगी तो अंत में कसबा के भाजपाई भी हो न हो विरोध के स्वर को पूरी तरह से अंजाम देते हुए अपने एक लोकल भाजपा नेता को बतौर निर्दल प्रत्याशी सामने लाकर स्थापित कराने का प्रयास शुरू कर देंगे ।

हालांकि , किशोर जायसवाल सहित कसबा के भाजपाई नेताओं का कहना अतिशयोक्ति नहीं है कि कसबा की सीट को विगत कई वर्षों से लगातार बाहरी उम्मीदवारों का आखेट स्थल बना रखा गया है।

पूर्व में अमौर विधानसभा क्षेत्र निवासी प्रदीप दास से इस क्षेत्र को रौंदवाते रहा गया और अबकी बार पूर्णिया निवासी को यहां से उम्मीदवार बनाने की कोशिश कर दी गई।

गौरतलब है कि कसबा की तर्ज़ पर ही किशनगंज सदर विधानसभा क्षेत्र में जब भाजपा एन डी ए के द्वारा शाहनवाज हुसैन सरीखे नेता के रूप में बाहरी प्रत्याशी थोपने की कबायद तेज़ की गई तो किशनगंज के भाजपा नेताओं ने विद्रोह का बिगुल फूंक दिया था और इस क्रम में किशनगंज नगर भाजपा के अध्यक्ष अरविंद मंडल और किशनगंज जिला भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष संजय पासवान ने तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल को पत्र लिख कर स्पष्ट रूप से कह दिया था कि किशनगंज सदर की विधान सभा क्षेत्र की सीट पर अगर बाहरी नेता को पार्टी ने उम्मीदवारी दे कर भेजा तो उक्त उम्मीदवार से हमारे किशनगंज के भाजपा कार्यकर्ता दूरियां बना लेंगे और उनके विरोध में कार्य करेंगे।

चर्चा है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने उक्त विरोध पत्र को संज्ञान में लिया और उनके साथ ही केंद्रीय भाजपा आलाकमान ने भी किशनगंज से शुरू हुए विरोध के स्वर को संज्ञान में लिया और अंततः येन केन प्रकारेन ही सही , किशनगंज की लोकल अति लोकप्रिय भाजपा नेता स्वीटी सिंह की उम्मीदवारी तय कर घोषणा कर दी गई और किशनगंज के भाजपाइयों ने राहत की सांसें ली।

इस क्रम में उम्मीदवारी को लेकर पूर्णिया सदर में की सीट पर भी उम्मीदवारी हेतु मचे सारे धमाल थम चुके हैं और भाजपा ने तीसरे बार का विश्वास जताते हुए सिटिंग विधायक विजय खेमका को ही भाजपा का उम्मीदवार घोषित कर दिया है।

जबकि किशनगंज जिले के ठाकुरगंज विधान सभा क्षेत्र से जदयू की टिकट पर एन डी ए का प्रत्याशी घोषित हुए पूर्व ठाकुरगंज विधायक गोपाल अग्रवाल ने ठाकुरगंज विधान सभा क्षेत्र से अपना नामांकन पूरे तामझाम के साथ मंगलवार को दाखिल कर दिया है।

भाजपा ने इस सीमांचल के सभी सिटिंग विधायकों के साथ साथ मंजे हुए नेताओं की उम्मीदवारी को ही मंजूर कर इस बार की उम्मीदवारी सीमांचल के चारो जिले की चुनिंदे सीटों से प्रदान कर दी है।

कोढ़ा की सीट से कविता देवी को तो कटिहार की सीट से पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को , प्राणपुर से निशा सिंह को , पूर्णिया से विजय खेमका को , बनमनखी सु० से कृष्ण कुमार ऋषि को , किशनगंज से स्वीटी सिंह को , सिकटी से विजय मंडल को , फारबिसगंज से विद्या सागर केसरी को , नरपतगंज से देवयंती देवी को , भाजपा ने उम्मीदवारी सौंपा है।

यूं कहिए कि भाजपा ने सीमांचल की नौ सीटों पर अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

अब आने वाले समय में पता चलेगा कि इस पार्टी में कहां कहां भीतरघात की संभावना बलबती होने वाली है और कहां कहां विद्रोह स्वरूप पार्टी नेता ही विद्रोही उम्मीदवारी प्रदान करने वाले