कटिहार में ईसाई समुदाय पर हमला, कांग्रेस ने BJP पर साज़िश का आरोप

कटिहार के टी वी टॉवर मोहल्ले में ईसाई समुदाय पर धर्मांतरण का आरोप लगाकर मारपीट और तोड़फोड़ की घटना हुई। इस मामले में कटिहार जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष सुनील कुमार यादव के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली और इसकी कड़ी निंदा की। यादव ने आरोप लगाया कि यह भाजपा की सोची-समझी साज़िश है, जिसका उद्देश्य कटिहार के सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़कर राजनीतिक लाभ उठाना है। उन्होंने कहा कि बिना किसी प्रमाण के घर में घुसकर हमला करना कानूनन गलत है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पूर्व विधायक सुनीता देवी व अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी घटना की निंदा की और प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की। कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि पीड़ितों को न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन करेंगे। पार्टी नेताओं ने कहा कि कानून से बड़ा कोई नहीं और इस तरह की घटनाओं का समाज में कोई स्थान नहीं है।

कटिहार में ईसाई समुदाय पर हमला, कांग्रेस ने BJP पर साज़िश का आरोप

(सीमांचल से अशोक कुमार की खास रिपोर्ट)

कटिहार जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार यादव के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने कटिहार के टी वी टॉवर मोहल्ले में धर्मांतरण का आरोप लगा कर ईसाई समुदाय के लोगों से की गई मारपीट की घटना का निरीक्षण किया और पीड़ितों से मिलकर घटना की सच्चाई को जानने का प्रयास किया।

बीते सोमवार को कांग्रेस के कटिहार जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने टीवी टावर मोहल्ला पहुंच कर बीते दिन वहां घटी धर्मांतरण के आरोप में ईसाई समुदाय के साथ की गई मारपीट के मामले की जानकारी ली और मारपीट में घायल पीड़ितों से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी लिया।

प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस की पूर्व विधायक सुनीता देवी , कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष दिलीप विश्वास , प्रहलाद गुप्ता ,अरुण कुमार यादव , शंभू शरण गुप्ता , अवधेश कुमार मंडल , राजा खान सहित कई कांग्रेस नेता मुख्य रूप से मौजूद रहे। पीड़ित लोगों से मिलते हुए कांग्रेस के कटिहार जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने घटना की घोर निंदा करते हुए पीड़ित परिजनों को आश्वासन दिया कि पूरी कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिजनों के साथ है।

कटिहार जिला के कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने कहा कि इस मामले में कटिहार पुलिस के वरीय पदाधिकारी से बात हुई है और उसके साथ ही इस घटना की जानकारी कटिहार के कांग्रेस सांसद तारीक अनवर को भी दी गई है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना का हमारे समाज में कभी भी कोई जगह नहीं रहा है।

उन्होंने कहा कि अगर समाज में कोई व्यक्ति गलत काम करने की कोशिश करते हैं तो उसे सजा देने का अधिकार कानून को है।लेकिन , विना किसी प्रमाण के किसी के घर में घुसकर मारपीट करने और तोड़फोड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है।

उन्होंने कहा कि धर्मांतरण का आरोप लगाकर जिस प्रकार एक खास वर्ग के लोगों से मारपीट की गई और तोड़फोड़ किया गया , यह काफी गंभीर मामला है और इस मामले की अविलंब निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हैं , उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

कटिहार जिला कांग्रेस कमिटी के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने कहा कि पूरी घटना के अवलोकन से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि भाजपा की सोची-समझी रणनीति के तहत इस तरह की घटना को इसलिए अंजाम देने का प्रयास किया गया ताकि कटिहार के सांप्रदायिक माहौल को खराब करके चुनावी राजनीति का लाभ उठाया जाय।उन्होंने कहा कि बीजेपी नहीं चाहती है कि सभी धर्म समुदाय के लोग आपस में मिल जुल कर रहें।

कटिहार के कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने कहा कि ईसाई समुदाय के साथ प्रार्थना सभा में ही धर्मांतरण का आरोप लगाकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया , मगर , अब तक ना ही सरकार ने संज्ञान लिया है और ना ही प्रशासन की ओर से प्रभावशाली कार्रवाई दिखी है।

उन्होंने कहा कि अगर पीड़ितों को उचित न्याय नहीं मिला तो कांग्रेस की ओर से एक बड़ी लड़ाई पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए लड़ी जाएगी।

बिहार प्रदेश कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष दिलीप विश्वास ने इस मौके पर कहा कि घटना की जितनी भी निंदा की जाए , वह कम है। क्योंकि , इस प्रार्थना सभा में घुसकर मारपीट  और तोड़फोड़ करना कहीं से भी जायज नहीं कहा जा सकता है और कानून को हाथ में लेने का अधिकार तो किसी को भी नहीं है।

कांग्रेस की पूर्व विधायक सुनीता देवी ने कहा कि इस मामले से कटिहार सहित विभिन्न क्षेत्रों के वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया गया है और कटिहार पुलिस के वरीय अधिकारी द्वारा भी इस मामले को गंभीरता से लेने और दोषी पर कड़ी कार्रवाई होने की संभावना है।

इस दौरान कांग्रेस के कई नेता एवं कार्यकर्ता मुख्य रूप से मौजूद रहे थे।