पांजीपाड़ा में मरहूम राही प्रधान के भांजे ओबेदुल्ला शम्स उर्फ मुन्ना ने मामा की खाली गद्दी पर लहराया जीत का परचम
पांजीपाड़ा ग्राम पंचायत में पूर्व प्रधान राही की हत्या के बाद खाली हुई प्रधान की सीट के लिए 4 सितंबर को चुनाव संपन्न हुआ। इस चुनाव में राही के भांजे ओबेदुल्ला शम्स उर्फ मुन्ना ने 30 में से 21 वोट हासिल कर जीत दर्ज की और नए प्रधान बने। टीएमसी के झंडे तले चुनाव जीतने वाले मुन्ना को पार्टी के अन्य नेताओं ने बधाई दी। चुनाव के दौरान सुरक्षा के मद्देनज़र ढ़ाई सौ रिजर्व पुलिस बल तैनात किए गए थे, जिससे प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। राही प्रधान की हत्या एक साल पहले अपराधियों द्वारा की गई थी, जिसके बाद से यह सीट खाली थी।
सीमांचल/पांजीपाड़ा/बंगाल (अशोक/विशाल)
सीमांचल से सटे पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के निकटवर्ती क्षेत्र पांजीपाड़ा में 30 सदस्यीय पांजीपाड़ा पंचायत के प्रधान का चुनाव शासन प्रशासन की मुस्तैदी के बीच बुधवार 4 सितंबर को शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराया गया।
जिसमें 21 वोटों के अंतर से पूर्व मरहूम राही प्रधान के भांजे ओबेदुल्ला शम्स उर्फ मुन्ना टीएमसी की जीत हुई।
मुन्ना के प्रधान निर्वाचित होते ही लाल प्रधान ने मुन्ना प्रधान को बधाई दी एवं जीत का माला पहनाया।
टीएमसी नेता सह मेंबर मासूम रजा ने भी नव निर्वाचित मुन्ना प्रधान को बधाई दी।
इस्लामपुर से भी टीएमसी के जाने माने नेता जावेद अख्तर ने नव निर्वाचित पांजीपाड़ा प्रधान ओबेदुल्ला शम्स उर्फ मुन्ना को शुभकामनाएं भेजी।
स्मरणीय है कि पिछली बार एक साल पहले कराए गए पंचायत चुनाव के दौरान चौथी बार टीएमसी के झंडे तले प्रधान निर्वाचित हुए राही प्रधान की हत्या अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी और उसके बाद से वह स्थान खाली ही पड़ी थी।
इस्लामपुर के एसडीओ ने उक्त खाली पड़ी प्रधान की सीट पर प्रधान का चुनाव कराने के लिए 4 सितंबर की तारीख निर्धारित की थी।
हालांकि इस चुनाव को लेकर खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी लेकिन अनुमंडल प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी के साथ करीब ढ़ाई सौ सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती कर दी थी।लिहाजा , संपूर्ण चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल के बीच संपन्न हो गई।