असद मदनी का किशनगंज में ऐतिहासिक संबोधन: अन्याय के खिलाफ क्रांति की पुकार

किशनगंज में आयोजित जमीयत उलमा ए हिंद के सम्मेलन में मौलाना असद मदनी ने बांग्लादेश में गैर-मुसलमानों पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस्लाम किसी भी प्रकार के अन्याय और हिंसा का समर्थन नहीं करता। उन्होंने सभी देशों से अपील की कि अपने-अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। मदनी ने भारत में बिगड़ते सौहार्द पर भी चिंता जताई और कहा कि फ्रिंज एलिमेंट राजनीतिक लाभ के लिए समाज को बांटने का प्रयास कर रहा है, जिसे हर हाल में रोका जाना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार की वक्फ बोर्ड संशोधन नीतियों की आलोचना करते हुए इसे मुसलमानों की संपत्तियों पर कब्जा करने की साजिश बताया और इसके खिलाफ पुरजोर विरोध का आह्वान किया। संभल में हुई हिंसा और अन्यायपूर्ण घटनाओं पर उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार को लताड़ा और तुरंत कार्रवाई की मांग की। सम्मेलन में किशनगंज के कांग्रेस सांसद डॉ मोहम्मद जावेद आज़ाद और राजद सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने भाग लिया और केंद्र सरकार की नीतियों की कड़ी निंदा की। मौलाना मदनी का संबोधन अन्याय के खिलाफ खड़े होने और सामाजिक एकता बनाए रखने का आह्वान था, जो सीमांचल से शुरू होकर देशभर में गूंजेगा।

असद मदनी का किशनगंज में ऐतिहासिक संबोधन: अन्याय के खिलाफ क्रांति की पुकार

किशनगंज में बोले असद मदनी

  • केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
  • बांग्लादेश में गैर मुस्लिमों पर होने वाला हमला इस्लाम धर्म का विरोध और अन्याय है
  • अपने देश में भी मुसलमानों पर हो रहे जुल्म का विरोध किया एवं सौहार्द बिगाड़ने की हो रही कोशिश पर सवाल खड़ा किया

सीमांचल/किशनगंज (अशोक/विशाल/राजेश दुबे)

सीमांचल के किशनगंज स्थित लहरा चौक पर आयोजित जमियत उलमा ए किशनगंज के पहले इजलास ए आम में  सीमांचल सहित आस पास के राज्यों से भी भारी संख्या में शामिल हुए लोगों को संबोधित करते हुए जमीयत उलमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने खुले तौर पर बांग्लादेश में गैर मुस्लिमों पर होने वाले हमलों का विरोध किया और साफ तौर से कह दिया कि बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रहे हमलों को लेकर जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महमूद असद मदनी एतराज जताते हैं। उन्होंने बांग्लादेश की अन्यायपूर्ण घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है।

बिहार राज्य के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल क्षेत्र किशनगंज में जमीयत उलमा किशनगंज द्वारा आयोजित इजलास ए आम सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना असद मदनी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बांग्लादेश में जो भी घटनाएं हो रही है , वो बहुत ही निंदनीय है। वहां हिंदुओं पर हमला बिल्कुल बंद होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कोई मुसलमान अगर गैर मुस्लिम के साथ गलत व्यवहार करे तो यह बहुत बड़ा अन्याय होता है ।उन्होंने कहा कि वैसे अन्यायों को इस्लाम का विरोध माना जाता है। क्योंकि हमारे इस्लाम धर्म में ऐसा नहीं सिखाया जाता है।

मौलाना मदनी ने कहा कि वो बांग्लादेश ही नहीं सभी मुल्कों से यह अपील करेंगे कि अपने यहां रहने वाले सभी तरह के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें और उनका सम्मान करे।

सीमांचल के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल क्षेत्र किशनगंज में जमियते किशनगंज द्वारा आयोजित पहला इजलास ए आम सम्मेलन को संबोधित करते हुए जमीयत उलमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना असद मदनी ने कहा कि बड़े आश्चर्य और दुख की बात है कि सिर्फ राजनैतिक लाभ उठाने के लिए एक खास तबके के द्वारा अपने देश के भी सौहार्द को बिगाड़ने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है , जो कि नहीं होना चाहिए ।  किशनगंज शहर के लहरा चौक मैदान में जमीयत किशनगंज के द्वारा आयोजित पहले इजलास ए आम सम्मेलन में जमीयत से जुड़े बिहार और बंगाल राज्यों के अलग अलग जिलों से पहुंचे लाखो लोगो को संबोधित करते हुए मौलाना असद मदनी ने  संभल में हुई हिंसा और वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक को लेकर उपस्थित उलेमाओं सहित आक्रोश व्यक्त किया और केंद्र सरकार से ऐसे मामलों पर तुरंत रोक लगाने की मांग की।

इजलास ए आम सम्मेलन में कांग्रेस ,राजद सहित तमाम दलों के सांसद और विधायक भी पहुंचे और सभी ने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की।

मौलाना असद मदनी ने कहा कि सरकार वक्फ कानून बना कर मुसलमानों की संपत्ति को जब्त करना चाहती है। जिसे किसी भी कीमत पर सफल होने नहीं दिया जाएगा।पुरजोर विरोध किया जाएगा।

कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद डॉ जावेद आजाद , विधायक अंजार नईमी , विधायक सऊद आलम , विधायक इजहार अस्फी सहित काफी संख्या में अन्य गणमान्य लोग और निकाय पंचायत क्षेत्र के जनप्रतिनिधिगण पुरे सिमांचल से मौजूद रहे ।