किशनगंज के सांसद पर बाढ़ राहत वादों में नाकामी का आरोप: पूर्व विधायक तौसीफ आलम
किशनगंज के सांसद पर आरोप लगाया गया है कि वे हर साल बाढ़ और कटाव से निपटने के लिए बोल्डर पीचिंग कराने का वादा करते हैं, लेकिन बाढ़ का मौसम खत्म होते ही इस मुद्दे को नजरअंदाज कर देते हैं। कांग्रेस के पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने कहा कि सांसद जावेद आजाद ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया और न ही अपने फंड से कोई पैसा जारी किया। वर्तमान में, जब जनता बाढ़ और कटाव से परेशान है, सांसद ने ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस के आंतरिक विवादों को मीडिया में उजागर करना शुरू कर दिया। तौसीफ आलम ने आरोप लगाया कि बोल्डर पीचिंग की बजाय बोरा सिस्टम का उपयोग किया गया है, जिससे हर साल लोगों की संपत्तियां नष्ट हो रही हैं। उन्होंने सांसद से तुरंत बोल्डर पीचिंग का काम शुरू करने की मांग की है ताकि बचा हुआ क्षेत्र सुरक्षित रह सके।

-सांसद डॉ जावेद से नदी किनारों की बोल्डर पीचिंग नहीं कराने की वजह पूछ राजनीति में बबाल मचा दिए पूर्व विधायक तौसीफ
-कहा कि प्रत्येक वर्ष की बाढ़ और कटाव लीला शुरू होने पर बोल्डर पीचिंग कराने की घोषणा करते हैं और फिर भूल जाते हैं
सीमांचल (विशाल/पिंटू/विकास)
नदियों की सालाना बाढ़ और कटाव लीला को रोकने के नाम पर किशनगंज के सांसद के द्वारा हरेक साल क्षेत्र की जनता को नदियों के किनारे बोल्डर पीचिंग कराने का भरोसा दिलाया जाता रहा है लेकिन वास्तविकता यह है कि बाढ़ और बरसात का मौसम खत्म होते ही सांसद उस ओर से मुंह फेर लिया करते हैं और फिर अगले साल की बरसात में वही पुराना राग जनता के बीच अलापना शुरू कर देते हैं कि नदियों के किनारे बोल्डर पीचिंग का काम अबकी बार करा दिया जाएगा।
उपरोक्त सीधा आरोप कांग्रेस के ही पूर्व बहादुरगंज विधायक तौसीफ आलम ने किशनगंज के कांग्रेस सांसद डॉ जावेद आजाद पर लगाया है।
पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने कहा है कि अभी जब किशनगंज संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले किशनगंज जिला और पूर्णिया जिला की जनता भयावह रूप में आई बाढ़ और कटाव से जूझ रही है और अपने सांसद और क्षेत्रीय विधायकों को खोजना शुरू कर दी है तो सांसद ने इस मुद्दे से बाढ़ और कटाव पीड़ित जनता को भटकाने के लिए कांग्रेस के अंदरूनी कलह और कांग्रेस नेताओं के बीच चल रहे आरोप प्रत्यारोप की लोकल राजनीति को मीडिया के प्लेटफार्म पर उजागर करना शुरू कर दिया।
पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने दावा किया है कि अपनी पूर्व की घोषणा के मुताबिक किशनगंज के सांसद ने संबंधित सरकारी विभाग या सरकार पर नाममात्र का भी कोई दबाब नदियों पर बोल्डर पीचिंग के लिए नहीं बनाया और न कभी अपने एम पी फंड से एक पैसा भी बोल्डर पीचिंग के लिए रिलीज किया।
पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने कहा कि आज जो भी बरबादी जनता की हो रही है वह किशनगंज संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले पूर्णिया जिले और किशनगंज जिले के विधायकों सहित स्थानीय सांसद की लापरवाही से ही हो रही है और इसी कारण से जनता ने जब इन सभी विधायकों के साथ साथ स्थानीय सांसद को खोजना शुरू किया तो सांसद ने कांग्रेस पार्टी के अंदर चलने वाले अंदरूनी कलह को जिला कांग्रेस अध्यक्ष को मोहरा बनाकर जगजाहिर कराना शुरू कर दिया। ताकि , जनता का ध्यान भटक जाय।
पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने सांसद जावेद को आमने सामने बैठकर बहस करने का न्यौता देते हुए कहा कि इस सांसद की सुनियोजित साजिशों के तहत ही बाढ़ और कटाव का प्रकोप करने वाली नदियों के किनारे किनारे बोल्डर पीचिंग की जगह बोरा सिस्टम का प्रयोग कराया जाता रहा है और जिसकी वजह से प्रत्येक वर्ष इस क्षेत्र के निवासियों के घर बार , खेत खलिहान , कब्रिस्तान , मदरसे और मस्जिदें नदियों की गर्भ में समाती चली जा रही है और सांसद हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन्हीं सब मुद्दों को उठाते रहने की वजह से सांसद ने उनके जैसे सबल कांग्रेस के सिपाही और पूर्व विधायक को बदनाम करने की कोशिश शुरू कराया है।
पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने कहा कि वह चार बार के निर्वाचित विधायक रहे हैं और कांग्रेस के प्रति सदैव वफादारी निभाते रहे हैं लेकिन किसी भी जनता ने उन पर लापरवाही बरतने का आरोप उस तरह से नहीं लगाया जिस तरह का आरोप जनता की ओर से सांसद पर सदैव लगाया जाता रहा।
उन्होंने अपने सांसद से गुहार लगाई है कि वह अविलंब नदियों के किनारे किनारे बोल्डर पीचिंग का कार्य शुरू करा दें ताकि बचे खुचे क्षेत्र नदियों की कटाव लीला से महफूज हो जाय।