पूर्णिया पुलिस ने किया सीमांचल क्षेत्र में आतंक मचाने वाले कुख्यात डकैत बाबर का पुलिस मुठभेड़ में खात्मा, भारी मात्रा में हथियार बरामद

पूर्णिया पुलिस और एसटीएफ ने मुठभेड़ में सीमांचल के कुख्यात डकैत सरगना बाबर खान को मार गिराया। यह कार्रवाई पूर्णिया जिले के अमौर थाना क्षेत्र में की गई, जहां बाबर अपने गिरोह के साथ डकैती की योजना बना रहा था। पुलिस ने आत्मसमर्पण का आदेश दिया, लेकिन बाबर और उसके गिरोह ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने फायरिंग कर बाबर को मार डाला। गिरोह के छह अन्य सदस्यों को हथियारों सहित गिरफ्तार किया गया। बाबर के खिलाफ सीमांचल के विभिन्न जिलों, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में कई आपराधिक मामले दर्ज थे, और उस पर इनाम घोषित था। पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए। इस मुठभेड़ से सीमांचल और निकटवर्ती क्षेत्रों के लोगों ने राहत की सांस ली, और पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की गई।

पूर्णिया पुलिस ने किया सीमांचल क्षेत्र में आतंक मचाने वाले कुख्यात डकैत बाबर का पुलिस मुठभेड़ में खात्मा, भारी मात्रा में हथियार बरामद

सीमांचल  (अशोक/विशाल)

  • पूर्णिया किशनगंज कटिहार में आतंक मचाने वाले डकैत सरगना बाबर को मुठभेड़ में मार गिराया
  • रविवार की बीती रात में पकड़ने गई पुलिस टीम पर अपराधियों ने की थी अंधाधुंध गोलीबारी
  • पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्रवाई में ढ़ेर हुआ डकैत सरदार
  • गिरोह के 6 सदस्यों को भी भारी मात्रा में हथियार सहित दबोचा गया
  • सीमांचल से निकटवर्ती बंगाल तक की जनता ने ली राहत की सांसें

पुलिस की पकड़ से लगातार भागते फिर रहे सीमांचल क्षेत्र के कुख्यात इनामी डकैत सरदार बाबर को पूर्णिया पुलिस और एस टी एफ के साथ मुठभेड़ करने के दौरान पूर्णिया जिले के अमौर थाना क्षेत्र में मार गिराया गया। मूल रूप से किशनगंज जिले के निवासी उक्त डकैत सरदार बाबर की गिरफ्तारी के लिए पूर्णिया किशनगंज कटिहार जिले की पुलिस ने अलग अलग 50 -- 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था।

रविवार 6 और 7 अक्टूबर के बीच की रात करीब 11 बजे में पूर्णिया पुलिस के द्वारा एनकाउंटर की कार्रवाई अमौर थाना क्षेत्र में थाना से 2 किलोमीटर की दूरी पर उस समय की गई जब कुख्यात इनामी डकैत सरदार बाबर खान अपने गिरोह के सदस्यों के साथ अमौर के एक ग्रामीण के यहां डाका डालने की योजना में जुटे थे ,  लेकिन , इस बात की सूचना पुलिस को मिल गई थी।लिहाजा , जिला पुलिस बल के साथ एस टी एफ की टीम ने डकैतों की घेरेबंदी कर उन्हें पकड़ने का प्रयास करते हुए ऐलान भी किया था कि वे सभी घिर चुके हैं और आत्म समर्पण कर दें लेकिन डकैतों ने आत्मसमर्पण की बजाय पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी।जिससे बचने के क्रम में छुपने गिरने पड़ने के क्रम में कई पुलिसकर्मियों को घायल होना पड़ा था।

पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने इस संबंध में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर पत्रकारों को बताया कि कुख्यात इनामी व फरार अपराधी सरगना बाबर खान को मृत अवस्था में उसके गिरोह के छह अतिरिक्त सदस्यों नुर्शिद आलम बायसी , दिलदार बायसी , अकवाल हुसैन दालकोला उत्तरदीनाजपुर बंगाल , सहिनूर उर्फ सैनुल किशनगंज , मो० असलम कोचाधामन तथा सायेंन बाबू कोचाधामन सहित विभिन्न दंड प्रक्रिया के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया।

पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा के अनुसार , अपराधियों के पास से तीन देशी पिस्टल , तीन देशी कट्टा , एक कार्बाइन , 37 जिंदा कारतूस , बिंदोलिया , चार मैगजीन , एक उजले रंग का स्कॉर्पियो , 9 एमएम का एक जिंदा कारतूस , .315 का एक खोखा , 303 का एक खोखा , 9 एमएम का तीन खोखा , 762 एमएम का चार खोखा , 765 एमएम का एक खोखा बरामद किया गया।

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक उक्त अपराधी बाबर के खिलाफ सीमांचल के किशनगंज जिले के कोचाधामन थाना में दो और बहादुरगंज थाने में एक मामले दर्ज थे। वहीं , कटिहार जिले के बलरामपुर थाने में भी दो मामले और बारसोई थाना में एक मामले दर्ज थे। पूर्णिया जिले के बायसी थाना में उक्त अपराधी के खिलाफ तीन मामले दर्ज थे , जबकि रौटा थाने में एक मामले दर्ज थे। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक , पूर्णिया अररिया किशनगंज जिलों की पुलिस ने उक्त अपराधी पर अलग अलग 50 -- 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। जबकि एस टी एफ का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित था और वह फरारी चार्जशीटेड था।

पुलिस की इस कार्रवाई को अमौर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार , अनगढ़ थानाध्यक्ष कुणाल सौरव , रौटा थानाध्यक्ष ज्ञान रंजन , एस टी एफ के घनश्याम मुरारी , एस टी एफ के चंदन कुमार यादव सहित अमौर थाना के विकास कुमार , अनंत राम और पूर्णिया जिला पुलिस बल के साथ जे सी संतोष कुमार , मुकेश कुमार , आनंद प्रियदर्शी , मुजाहिदुल इस्लाम ने अंजाम दिया।

अमौर क्षेत्र में पुलिस के साथ हुए एनकाउंटर के दौरान मार गिराए गए कुख्यात इनामी बदमाश बाबर के मारे जाने की खबर सीमांचल भर में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई।

उसकी लाश का पोस्टमार्टम कराने के लिए जब उसे पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लाया गया तो पुलिस की अपराधी विरोधी इस कार्रवाई की सराहना जगह जगह होनी शुरू हो गई।

आम आवाम में पुलिस पर भरोसा  जगने लगा और चर्चा होने लगी कि लंबे अरसे के बाद पुलिस अधीक्षक  कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व की पूर्णिया पुलिस में इस तरह का अपराधी विरोधी तेवर जनता को देखने को मिला है।

पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा और पूर्णिया के एस डी पी ओ पुष्कर कुमार के अनुसार , कुख्यात इनामी बदमाश बाबर के खिलाफ सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल के विभिन्न थानों में डकैती , लूट , आर्म्स एक्ट और विस्फोट के दर्जनों मामले दर्ज थे और उक्त अपराधी से बगल के पश्चिम बंगाल क्षेत्र में भी पुलिस और नागरिक परेशान रहा करते थे।

सूत्रों के अनुसार , पूर्णिया जिले के अमौर थाना क्षेत्र स्थित धान के एक खेत में पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढ़ेर हुआ कुख्यात अपराधी बाबर पूर्णिया कटिहार किशनगंज जिले के अलावा बंगाल और यूपी के क्षेत्रों में भी कई लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया था। उस पर लूट , डकैती , रंगदारी के मामले लंबित पड़े थे।बताया गया है कि अपराधी बाबर अपने अपराध की दुनियां में बाबर उर्फ आदिल उर्फ पापड़ पेशर अली मोहम्मद उर्फ मोमा उर्फ पतुलवा जिला किशनगंज के नाम से कुख्यात था।

पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने इस एनकाउंटर की विस्तृत जानकारी पत्रकारों को दी।

स्मरणीय है कि कुछ समय पहले ही पूर्णिया से सटे बगल के जिला मधेपुरा में भी इसी तरह के एक मुठभेड़ के दौरान मधेपुरा जिले के कुख्यात इनामी बदमाश प्रमोद यादव को मधेपुरा की पुलिस और एस टी एफ की संयुक्त कार्रवाई के दौरान हुए मुठभेड़ में मार गिराया गया था जिस पर लूट डकैती रंगदारी के दर्जनों मामले दर्ज थे।