अररिया संसदीय क्षेत्र में भाजपा राजद के बीच कांटे का मुकाबला

बिहार के अररिया संसदीय क्षेत्र में भाजपा और राजद के बीच एक कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस चुनाव में दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों के बीच बहुत उत्साह और समर्थन नजर आ रहा है। राजद के प्रत्याशी शाहनवाज आलम के चुनावी प्रचार में बढ़त दिख रही है, जबकि भाजपा के संसदीय सीट सांसद प्रदीप सिंह के समर्थन में भी बड़ी संख्या में लोग उत्सुकता से उनके पक्ष में आ रहे हैं। इससे स्पष्ट हो रहा है कि अररिया संसदीय क्षेत्र में एक टक्करभरा मुकाबला होने की संभावना है।

अररिया संसदीय क्षेत्र में भाजपा राजद के बीच कांटे का मुकाबला

सीमांचल  (विशाल/पिंटू/विकास)

सबको सुनिए और सिर्फ लालटेन को चुनिए के नारे के साथ सीमांचल के अररिया संसदीय क्षेत्र में राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम का चुनावी कारवां बढ़ता जा रहा है।

राजद के नेता तेजस्वी यादव सहित गठबंधन के वीआईपी नेता मुकेश सहनी और राजद के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की ताबड़तोड़ चुनावी सभाओं से अररिया संसदीय क्षेत्र की जनता में देश बचाने का जज्बा पैदा होता नजर आ रहा है और जनता महागठबंधन के राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम के समर्थन में गोलबंद होने लगी है।

जबकि दूसरी ओर से एनडीए के भाजपा प्रत्याशी सह सिटिंग सांसद प्रदीप सिंह के समर्थन में संपूर्ण सीमांचल क्षेत्र के भाजपा नेता , कार्यकर्ता और आरएसएस सहित भाजपा की अन्य सहयोगी संगठनें भी पूरी शिद्दत से अपने प्रत्याशी के समर्थन में उतरी हुई है और भाजपा की कब्जे वाली अररिया की संसदीय सीट को हाथ से निकलने नहीं देने की कोशिश में लगी हुई है।

भाजपा के सिटिंग सांसद वाली अररिया संसदीय क्षेत्र में इस बाबत स्वयं प्रधानमंत्री ने चुनावी सभा की।

लेकिन , दूसरी ओर से महागठबंधन के राजद प्रत्याशी की जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते राजद नेता तेजस्वी यादव ने अररिया संसदीय क्षेत्र के सभी विधान सभा क्षेत्रों में चुनावी सभाएं करके जनता का मोह भाजपा से भंग करने का भरपूर कोशिश जो किया है उसका असर भी लगातार बढ़ता नजर आ रहा है।

कोरोना वैक्सीन को लेकर जो नए हल्ला हसरात मचे हैं उसको लेकर भी जनता के बीच भारी चर्चा जारी हो गई है।

अररिया संसदीय क्षेत्र में इस कारण अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार के संसदीय चुनाव में भाजपा और राजद के बीच कांटे का मुकाबला होगा।