पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने तनिष्क शोरूम लूट के बाद नीतीश कुमार से पूछा: बिहार में अपराधियों का खौफ क्यों खत्म?
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने तनिष्क शोरूम में हुई लूट के बाद नीतीश कुमार से सवाल किया कि बिहार में अपराधियों के बीच कानून का डर क्यों समाप्त हो गया है। पप्पू यादव ने लूट की घटना को प्रशासन की नाकामी का प्रमाण बताते हुए कहा कि यह घटना दर्शाती है कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति कितनी दयनीय है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को अब बख्शा नहीं जाना चाहिए, बल्कि उन्हें शूट एंड साइट किया जाना चाहिए ताकि कानून का डर कायम हो सके। यादव ने यह भी दावा किया कि लूट के मामले में किसी करीबी या जानकार की संलिप्तता हो सकती है, इसलिए कॉल डिटेल्स और लोकेशन के डिटेल्स की जांच की जानी चाहिए। सांसद ने राजनीतिक दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि जब तक वे अपराधियों को संरक्षण देंगे, तब तक विधि व्यवस्था में सुधार की संभावना कम है। उन्होंने यह चुनौती दी कि अगर वे सक्षम नहीं हैं, तो उन्हें मौका दें और वह सुनिश्चित करेंगे कि अपराधी बिहार छोड़कर भाग जाएं।
सीमांचल (अशोक/विशाल)
गत शुक्रवार 26 जुलाई को पूर्णिया में दिन दहाड़े तनिष्क शोरूम में हुई बड़ी लूट के मामले को लेकर शनिवार 27 जुलाई को पूर्णिया पहुंचे पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने सबसे पहले शासन प्रशासन पर जमकर निशाना साधा और कहा कि एसपी कलेक्टर के घर से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित लाइन बाजार जैसे व्यस्त जगह में स्थापित तनिष्क शोरूम में दिनदहाड़े लूट हो जाना अपराधियों के दुस्साहस को दर्शाता है और इससे पता चलता है कि पूर्णिया में लॉ एंड ऑर्डर किस कदर लाचार है।
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने पूछा कि आखिर पूर्णिया सहित संपूर्ण बिहार में ही पुलिस प्रशासन का डर अपराधियों के अंदर से क्यों खत्म हो गया है ?
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि जो लोग इस घटना पर राजनीति करते हुए बारंबार कह रहे हैं कि बिहार में कानून का राज है, तो उन्हें यह गारंटी लेना चाहिए कि आने वाले दिनों में ऐसी कोई और घटना नहीं होगी!
उन्होंने कहा कि हत्या लूट और बलात्कार जैसे संगीन मामलों में मेरा मानना है कि अपराधियों का शूट एंड साइट किया जाना चाहिए , ताकि उनमें विधि व्यवस्था का डर कायम हो और वह अपराध की ऐसी घटना को दोबारा अंजाम देने की हिमाकत न कर पाए।
शनिवार को सांसद पप्पू यादव ने घटना स्थल तनिष्क शोरूम का निरीक्षण किया और शोरूम में हुई लूटपाट वाली जगह का मुआयना किया।
उसके बाद सांसद पप्पू यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हो ना हो इस बड़ी लूट में किसी करीबी या जानकार की संलिप्तता हो। क्योंकि बिना उसके इस तरह से घटना को अंजाम देना आसान नहीं मालूम पड़ता है। इसलिए मैं चाहता हूं कि इस मामले में सबों के मोबाइल के कॉल डिटेल्स और घटना वाले लोकेशन के डिटेल्स की वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान हो। इसके बाद मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल के जरिए उसे सजा दिलाई जाए।
उन्होंने कहा कि प्रशासन का अधिकांश समय तो शराब, जमीन के मामलों में बीत जाता है।
तो अपराधियों को कैसे निगाह में रखेंगे। सांसद ने कहा कि किसी भी बदलाव के लिए माहौल बनाने की जरूरत होती है। एक अच्छा थानेदार और एक अच्छा एसपी आ जाए तो जिले की विधि व्यवस्था दुरुस्त होने में देर ना लगेगी।
घटना के बहाने सांसद पप्पू यादव ने सभी राजनीतिक दलों और पदाधिकारी पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि जब तक राजनीतिक दल अपराधियों को संरक्षण देने और जन प्रतिनिधि बनाने का काम करेंगे, तब तक विधि व्यवस्था के दुरुस्त होने के आसार कम नजर आते हैं।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि पूर्णिया में विगत 20 सालों में जिन अधिकारियों और नेताओं व उनके रिश्तेदारों ने गलत तरीके से संपत्ति अर्जित की है , रजिस्ट्री ऑफिस से उसकी जांच हो। ताकि पता लग सके कि पूर्णिया को किसने बर्बाद किया है।
उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रशासन का रवैया हर घटना पर उदासीन होता है।
उन्होंने कहा कि जहां पर एक मुख्यमंत्री, दो-दो उपमुख्यमंत्री और पूरा पुलिस महकमा मिलकर भी जब अपराध और अपराधियों पर लगाम नहीं लगा सकते तो ऐसे लोगों के शासन में होने या ना होने का मतलब ही क्या है?
उन्होंने , चैलेंजिंग मुद्रा में कहा कि अगर आप इसमें सक्षम नहीं हैं तो मुझे मौका देकर देखिए, अपराधी बिहार की ओर अपनी नजर भी नहीं दिखा सकेंगे और जो अपराधी प्रदेश में है उन्हें बिहार छोड़ना होगा।
इस मौके पर रामायण सिंह, संदीप सिंह, संजीव मिश्रा, राजेश यादव,अफरोज आलम मुखिया बबलू भगत, वेश खान, दिवाकर चौधरी, निशी यादव, मनोज यादव, मंटू यादव, गुलफू झा कुनाल चौधरी सुडु यादव, पप्पू यादव मुखिया, विकास झा, मुमताज आलम मौजूद रहे।