विकास योजनाओं के शिलान्यासों की आंधी बहाकर एमआइएम ने सीमांचल में बढ़ायी राजनीतिक गतिविधियां

बढ़ते जा रहे हैं AIMIM पार्टी के प्रभाव, जोकीहाट , बहादुरगंज , कोचाधामन , बायसी , अमौर में विकास योजनाओं की बाढ़

विकास योजनाओं के शिलान्यासों की आंधी बहाकर एमआइएम ने सीमांचल  में बढ़ायी राजनीतिक गतिविधियां

सीमांचल (अशोक/विशाल)

सीमांचल स्थित एमआइएम के प्रभाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में एमआइएम के पांचों विधायकों के द्वारा विकास की योजनाओं को लेकर जिस गति से शिलान्यासों का सिलसिला जारी है , उसे देखकर दूसरे विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों की जनता अपने अपने क्षेत्र के विधायकों के प्रति सशंकित होते नजर आ रहे हैं।

सीमांचल के किशनगंज जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों कोचाधामन और बहादुरगंज से एमआइएम के विधायक क्रमशः इजहार असफी और अंजार नईमी ने अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में विकास योजनाओं की आंधी बहाते हुए ऐसी ऐसी योजनाओं का शिलान्यास धड़ल्ले से करते चले जा रहे हैं , जहां से जुड़ी जनता को विगत 20 वर्षों से वैसी योजनाओं का इंतजार था।

बहादुरगंज और कोचाधामन विधानसभा क्षेत्रों की जनता का कहना है कि वे अबकी बार अपने जनप्रतिनिधियों की सक्रियता के कारण धन्य हो गए हैं।

पूर्णिया जिले के भी दो विधानसभा क्षेत्रों बायसी और अमौर में एमआइएम के विधायकों क्रमशः सैयद रूकनुद्दीन अहमद और अख्तरूल ईमान काबिज हैं और कहना गलत नहीं होगा कि इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में भी विकास योजनाओं के शिलान्यासों की झड़ी लग गई है।

सीमांचल की परंपरागत राजनीति में सबसे ज्यादा चर्चित रहने वाले अररिया जिले के जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र पर भी एमआइएम के ही विधायक शाहनवाज आलम का कब्जा है जो  सीमांचल की राजनीति के पथप्रदर्शक रहे सीमांचल गांधी के नाम से ख्यात स्वर्गीय नेता जनाब तस्लीमुद्दीन के पुत्र हैं और अररिया के पूर्व राजद सांसद सरफराज आलम के छोटे भाई हैं।

अर्थात , एमआइएम के जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम ने भी अपने जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र में विकास की विभिन्न योजनाओं के शिलान्यासों की जो झड़ी लगा दी है , उसे देख सून कर दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं या पूर्व जनप्रतिनिधियों के पैरों तले की जमीन खिसकने लगी है।

पिछले महीने से शिलान्यासों की झड़ी में एमआइएम विधायक शाहनवाज आलम ने करोड़ों की लागत वाले दर्जनों सड़कों , पुल पुलियों का शिलान्यास कर जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र की जनता को अचम्भित किया।

और अभी अभी विधायक शाहनवाज आलम ने 10 करोड़ 15 लाख की लागत वाले लिहड़ी से आमगच्छी टोला तक लगभग दो किलोमीटर लम्बी सड़क सह पुल निर्माण हेतु शिलान्यास किया। इन्होंने जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र के अझवा चौक से सिंगार मोहिनी टोला तक की  2 किलोमीटर वाली सड़क का भी हाल ही में शिलान्यास किया है जो 2 करोड़ 6 लाख की लागत वाली है। एमआइएम के जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम ने इसके अलावा कई अन्य योजनाओं का शिलान्यास किया , जिसमें मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजनान्तर्गत की बैरगाछी महलगांव हनुमान मंदिर से वाजिदपुर मथैली तालिकुण्ड तक की डेढ़ करोड़ की लागत वाली सवा किलोमीटर लम्बी सड़क योजना है।

एमआइएम को इंगित करते हुए विकास की योजनाओं के शिलान्यास की झड़ी की खबरों की चर्चा का कारण सीमांचल में एमआइएम की लगातार बढ़ती जा रही लोकप्रियता है।

भारतीय राजनीति के मानचित्र में बिहार के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल प्रमंडल पूर्णिया सीमांचल के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल संसदीय क्षेत्र किशनगंज में जारी एमआइएम विधायकों की राजनीतिक गतिविधियों से अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगले संसदीय चुनाव की घड़ी आते आते किशनगंज संसदीय क्षेत्र को एमआइएम पूरी तरह से अपने आगोश में ले लेगा ।