जोकीहाट की पूर्व जिलापार्षद गुलशन आरा का आरोप

सीमांचल के चप्पे चप्पे में यह बात प्रसारित है कि सीमांचल के अररिया से गलगलिया तक की नई रेल लाइन परियोजना के लिए सीमांचल गांधी स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन ने कितने संघर्ष अपने जमाने के

जोकीहाट की पूर्व जिलापार्षद गुलशन आरा का आरोप

सीमांचल में गलगलिया टू अररिया रेल लाइन परियोजना का सपना स्व०तस्लीमुद्दीन का था लेकिन वाहवाही लूटने पर आमादा हैं भाजपाई

कहा-जिन्होंने इस परियोजना को लेकर कभी ओंठ तक नहीं फड़फड़ाये उन्होंने परियोजना का श्रेय लेने के लिए होड़ मचा दी है

 सीमांचल (अशोक / विशाल)

सीमांचल के चप्पे चप्पे में यह बात प्रसारित है कि सीमांचल के अररिया से गलगलिया तक की नई रेल लाइन परियोजना के लिए सीमांचल गांधी स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन ने कितने संघर्ष अपने जमाने के केंद्रीय सरकार के तत्कालीन रेल मंत्रालय के समक्ष किये थे और उक्त परियोजना को उन्होंने अपने सपने के रूप में संजो कर ही संघर्ष किया था।

स्व०तस्लीमुद्दीन उर्फ़ सिमांचल गाँधी

लेकिन , आज जब वह ऐतिहासिक पुरूष स्वर्ग सिधार गए हैं और उक्त परियोजना का कार्यारम्भ होने जा रहा है तो उस स्व० महान विभूति जनाब तस्लीमुद्दीन की चर्चा किये विना ही उक्त  परियोजना को लेकर दूसरे दलों के नेतागण वाहवाही लूटने पर आमादा हो गए हैं जो सीमांचलवासियों के लिए काफी चिंता की बात है।

उपरोक्त बातें जोकीहाट क्षेत्र की चर्चित बेबाक नेता एवं पूर्व जिला पार्षद गुलशन आरा ने कही हैं।

अपने जोकीहाट क्षेत्र में इनदिनों पूरी बेबाकी से समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय नेता गुलशन आरा ने कहा है कि स्वर्गीय सीमांचल गांधी तस्लीमुद्दीन साहब ने अपने जीवनकाल में यूं तो कई तरह की योजनाओं को सरकारों से छीनकर सीमांचलवासियों को प्रदान किया था लेकिन उनकी कुछ योजनायें उनके सपने के रूप में विराजमान थे जिनमें से एक एएमयू की किशनगंज शाखा थी , एक महानन्दा बेसिन योजना थी और एक वह गलगलिया वाली रेल लाइन परियोजना थी।

गुलशन आरा ने कहा कि राज्य की सरकार ने सुनियोजित तरीके से राजनीतिक पचड़ों में फंसाकर महानन्दा बेसिन योजना की छियालेदर करा दिया है तो दूसरी ओर राज्य सरकार ने ही सुनियोजित तरीके से किशनगंज में स्थापित हुई एएमयू की शाखा की जमीन में एनजीटी के जरिये व्यवधान उत्पन्न कराकर निर्माण कार्य में व्यवधान उत्पन्न करा रखा है।और अब स्व०तस्लीमुद्दीन के सपने को साकार करने वाली गलगलिया रेल लाइन परियोजना के कार्य की शुरूआत होने लगी है तो स्व० तस्लीमुद्दीन के नाम को भुलाकर उनकी जगह भाजपाइयों के द्वारा उक्त परियोजना का श्रेय बटोरने की होड़ मच गयी है।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह सब प्रकरण सीमांचलवासियों को आहत करने वाला है और आम जनता भलीभांति जानती और समझतीं है कि वे सारी योजनायें व परियोजनाएं अन्ततः किनकी देन है और आज किनके सपने साकार हो रहे हैं।

समाजसेविका गुलशन आरा के अनुसार , देश के विभिन्न हिस्सों की तरह ही एनडीए की सरकारों के द्वारा सीमांचल में भी पूर्व के नेताओं की कृतियों को विलोपित करने की शर्मनाक राजनीति की जाने लगीं हैं लेकिन इस सीमांचल के सीमांचलवासियों के दिल और दिमाग से स्वर्गीय सीमांचल गांधी जनाब तस्लीमुद्दीन की कृतियों को कदापि मिटाया नहीं जा सकता है।