तीसरी लहर को हल्के में लेने कि भुल न करें- डा0 संजीव कुमार

तीसरी लहर को हल्के में लेने कि भुल न करें- डा0 संजीव कुमार

तीसरी लहर को हल्के में लेने कि भुल न करें- डा0 संजीव कुमार

फुलवारीशरीफ (प्रवेज आलम)

बिहार के लगभग सभी जिलें एक बार फिर से कोरोना की चपेट में आ चुके है जहां तीसरी लहर में नए केस मिलने की रतार दूसरी लहर से काफी तेज है । पटना एम्स ने लोगों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि हर हाल में कोरोना गाईड लाइन का पालन करें। पटना एम्स नोडल कोरोना ऑफ़िसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक , जब बिहार में कोरोना पीक पर होगा तो रोजाना करीब 18 से 20 हजार मामले आ सकते हैं इसलिए कोरोना के तीसरे लहर को हल्के में लेने कि गलती न करें। हालांकि पटना एम्स और सरकार का पूरा मेडिकल सिस्टम इससे लड़ने के लिए तैयार है । पटना एम्स नोडल कोरोना ऑफ़िसर डॉ संजीव कुमार ने बताया कि आम लोग काफी हद तक खुद से घर में इलाज कर ले रहे हैं , लेकिन ऐसे में यह समझ लेना कि लक्षण गंभीर नहीं होंगे या यह परेशानी नहीं बढ़ेंगी , यह गलत है । हमारे पास अब तक 70 से अधिक मरीज भर्ती हो चुके हैं , जिसमें से 5 की मौत भी हुई है । इस बार लोग यह समझ रहे थे कि तीसरी लहर कोई खास नहीं होगी और इसके लिए जांच कराने की जरूरत नहीं होगी। यही सोच हमारे लिए बड़ी परेशानी बन सकती है , क्योंकि इसकी वजह से संक्रमण दर तेजी से बढ़ेगी । लोग संक्रमित होने के बावजूद न तो जांच करा रहे हैं और न ही आइसोलेट हो रहे हैं । वह बाहर निकल रहे हैं अपना काम कर रहे हैं । ऐसे में संक्रमितों की संख्या राज्य में और तेजी से बढ़ने की पूरी संभावना है । उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग अपनी जांच कराएं , समाजिक दूरी का पालन करें ,सैनिटाइजर का उपयोग करें और मास्क जरूर लगायें।

इस बार के लक्ष्णः-

इस बार लक्षणों में सर्दी , खांसी ज्यादा है , लेकिन इसके साथ ही कुछ नए लक्षण भी हैं । बदन में असहनीय दर्द, इतना ज्यादा कि मरीज कई बार दर्द की वजह से डिप्रेशन में चले जा रहे हैं । गले में बहुत ज्यादा परेशान करने वाली खराश, साथ ही पेट खराब होना , आंखों में लालीपन , शरीर पर लाल चकत्ते होना , सिर दर्द । डॉ० संजीव कुमार ने आगे बताया कि इस बार राज्य का आर वैल्यू 4 के ऊपर है , यानी यहां कोरोना विस्फोट होना तय है । यही वजह है कि कोरोना के नए केसेज 5 हजार गुना तेजी से बढ़े हैं ।