चेहराकला में आज भी जमीन पर बैठ कर पढ़ते है बच्चे।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चेहराकलां में छात्रों का नामांकन 550 से अधिक है ।इस नामांकन के साथ विद्यालय में लगभग 400 से अधिक बच्चो की उपस्थिति रहती है।

चेहराकला में आज भी जमीन पर बैठ कर पढ़ते है बच्चे।

रिपोर्ट नसीम रब्बानी/ सुधीर मालाकार।

चेहराकला ( वैशाली) उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चेहराकलां में छात्रों का नामांकन 550 से अधिक है ।इस नामांकन के साथ विद्यालय में लगभग 400 से अधिक बच्चो की उपस्थिति रहती है।

विद्यालय के पास मात्र 15 सेट बेंच डेस्क है, वो भी मात्र एक वर्ग के बच्चों के बैठने में पूर्ति नही होती हैं ।विद्यालय के प्रधानाध्यपक कमलेश्वर राम ने बताया कि  सरकार से बेंच डेस्क मिलने वाला है ,परन्तु नहीं मिला ।

विद्यालय में बच्चों को बैठने के लिए काफी दिक्कत होती हैं। विद्यालय के शिक्षा समिति के अध्यक्ष अर्जुन ठाकुर से बात करने और विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव श्रमति सविता देवी, सदस्य लक्ष्मी देवी   और रीना देवी के अलावे वहां के ग्रामीण से बात करने से पता चला और चेतना सत्र में बच्चों को देखने से और वर्ग संचालन में देखने से काफी परेशानी पता चला है ।

वर्ग शिक्षक रवींद्र कुमार, अखिलेश कुमार, विभाष कुमार, शिक्षिका पुष्पा कुमारी, चन्द्रकला कुमारी सहित ग्रामीणों का कहना है कि मेरे बच्चे विद्यालय में पढ़ते है ,किंतु उपस्कर के अभाव में जमीन पर बैठ कर पढ़ना पड़ता है ।

ऐसे परिस्थिति में मेरे बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी ? अभिभावकों का कहना है कि अगर सरकार द्वारा सरकारी विद्यालय में उपस्कर के रूप के बच्चों के बैठने कि व्यवस्था करायी जा रही है तो इस विद्यालय के होनी चाहिए।

वही इस संबंध में शिक्षा समिति के अध्यक्ष ,विद्यालय सचिव के साथ ही प्रधनाध्यपक ने बताया कि इस समस्या हेतु पूर्व में बेंच डेस्क की मांग का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जब विद्यालय में बेंच डेस्क कि आपूर्ति होगी हम बच्चों के सुविधा देंगे ।अब देखना है कब तक डेस्क बेंच की व्यवस्था हो पाती है ।