इंडिया गठबंधन से घबरायी बीजेपी सरकार उलजुलूल उपायों के जरिए जनता को भटकाने में लगी

बिहार में कांग्रेस विधान मंडल के नेता शकील अहमद खान ने केंद्र की वन नेशन वन इलेक्शन प्रयास पर किया प्रहार, कहा कि झूठ बोलो राज करो और फूट डालो राज करो के साथ साथ अराजकता फैलाओ राज करो की नीति पर तानाशाही रवैए से चल रही बीजेपी सरकार के मंसूबे होंगे चकनाचूड़

इंडिया गठबंधन से घबरायी बीजेपी सरकार उलजुलूल उपायों के जरिए जनता को भटकाने में लगी

अशोक कुमार

जिस देश में पूरी शिद्दत से फ्री एंड फेयर चुनाव कराने की जरूरत महसूसी जाती रही हो , रोटी रोजगार में बाधक बनते बेरोजगारी, रूपयों के अवमूल्यन से उबरने की जद्दोजहद चल रही हो और आर्थिक एवं सामाजिक विषमता से त्रान पाने की छटपटाहट में जनता किसान व्यवसायी को जान गंवानी पड़ रही हो उस देश में मीडिया के सहारे वन नेशन वन इलेक्शन का हौआ खड़ा कर देश की भाजपा सरकार देश की जनता के ध्यान को आने वाले अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है।

बिहार विधान मंडल के कांग्रेस विधायक दल के नेता डा. शकील अहमद खान ने वन नेशन वन इलेक्शन की तैयारी में लगी एनडीए बीजेपी की केन्द्र सरकार की ओर से उक्त संबंध में गठित की गई एचसीएल कमिटी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि जब से देश में इंडिया गठबंधन कायम किया गया है तबसे अपनी हालत खराब होने की आशंका से केंद्रीय सरकार तरह तरह के नियम व कायदे कानून को हाईलाइट करके जनता के लक्ष्य को भटकाने के प्रयास में लग गई है।

कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि घबरायी हुई केंद्रीय सरकार मीडिया के माध्यम से अपने नये नये मुद्दों पर बहस कराना चाह रही है तो हम भी बहस करने से पीछे हटने वाले नहीं हैं।

बीजेपी की केन्द्र सरकार हर रोज नया शिगूफा छोड़ रही है , देश के विभिन्न हिस्सों में फैले अराजकता के माहौल उससे नहीं संभल रही है , उससे मणिपुर नहीं संभल पा रहा है ,उससे रोटी रोजगार की समस्या हल नहीं हो पा रही है ।

उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में जो संघीय ढांचे हैं और मल्टी पॉलिटिकल पार्टी के जो सिस्टम रहे हैं उसके बीच कोई शासक कैसे वन नेशन वन इलेक्शन की बात कर सकता है।

कांग्रेस के बिहार विधान मंडल के नेता शकील अहमद खान कहते हैं कि सरकार को वन नेशन वन लैंग्वेज की बात करनी चाहिए , सरकार को वन नेशन वन पेंशन की बात करनी चाहिए न कि वन नेशन वन इलेक्शन की।

उन्होंने साफ साफ कहा कि केन्द्र की बीजेपी सरकार तानाशाही रवैए से चल ही रही है और उसके आगे की अब और तानाशाही ला नहीं पा रही है तो बीजेपी की सरकार ने फूट डालो राज करो की नीति फैला कर देश में अराजकता पैदा कराना शुरू किया , अराजकता फैलाओ राज करो , झूठ बोलो राज करो और देश की सामाजिक न्याय की आधार शिला पर कुठाराघात करो राज करो की नीति पर पिल कर पड़ गई है।

इस संबंध में संपूर्ण बिहार के क्षेत्रों में भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।

क्योंकि केंद्रीय बीजेपी एनडीए गठबंधन सरकार ने अभी अभी वन नेशन वन इलेक्शन की नीति के मद्देनजर एचसीएल नामक एक 8 सदस्यीय कमिटी का गठन पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद की अध्यक्षता में किया है। मौजूदा कानून के ढांचे को ध्यान में रखते हुए देश में एक साथ सारे चुनाव को कराने की तैयारी की दिशा में यह कमेटी रायशुमारी रिपोर्ट तैयार करेगी।

जबकि दूसरी ओर केन्द्र सरकार ने पांच दिवसीय विशेष संसद सत्र भी बुलाया है। जिसको लेकर आशंका व्यक्त किए जा रहे हैं कि उसी सत्र में केन्द्र की बीजेपी सरकार वन नेशन वन इलेक्शन के विधेयक सदन में पेश कर दे सकती है।

बहरहाल , सीमांचल में इस  बात को लेकर स्पष्ट चर्चा है कि इंडिया गठबंधन से घबरायी केन्द्र सरकार अगले लोकसभा चुनाव में अपनी वापसी को तय कराने की दिशा में तानाशाही रवैया अपनाने पर तूल गई है।

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