23 सितम्बर को पूर्णिया में होने वाली अमित शाह की जनसभा की तैयारी के सिलसिले में आने वाले भाजपा नेताओं के बिगड़ रहे बोल से विचलित हो रहा सीमांचल

बिहार की सरकार से बेदखली का दंश झेल रही भाजपा की तिलमिलाहट का नायाब सब नमूना इन दिनों सीमांचल के क्षेत्रों में भाजपा के नेताओं की अंधाधुंध आवाजाही के दौरान देखने को मिल रहा है।

23 सितम्बर को पूर्णिया में होने वाली अमित शाह की जनसभा की तैयारी के सिलसिले में आने वाले भाजपा नेताओं के बिगड़ रहे बोल से विचलित हो रहा सीमांचल

भाजपा नेता ने कहा कि किशनगंज अररिया में पैदा किए जा रहे बेशुमार बच्चे की बदौलत जनसंख्या हो रही असंतुलित

तो दूसरी ओर कहा कि बांग्लादेशी नागरिकों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ा दी है किशनगंज अररिया की जनसंख्या

कांग्रेस नेता गुलशन आरा ने सवाल किया कि क्या कारण है कि सत्ता से बेदखली के बाद ही भाजपा नेताओं को इस तरह की समस्याएं सीमांचल में नजर आने लगती है

 सीमांचल (अशोक कुमार)

भाजपा के जो भी नेता अभी सीमांचल के पूर्णिया किशनगंज में होने वाले भारत सरकार के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय कार्यक्रमों की सफलता के लिए सीमांचल में आवाजाही कर रहे हैं वे बिहार की सरकार से हुई अपनी बेदखली का गुस्सा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर नहीं उतारकर सीधे सीमांचल के बहुसंख्यक आबादी मुस्लिम समाज पर उतारने में लग गए हैं।

भाजपा ने बिहार में परिवर्तन का शंखनाद करने के नाम पर बिहार के मुस्लिम बहुल क्षेत्र सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल के मुख्यालय से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की विशाल जनसभा द्वारा परिवर्तन का आगाज करने का कार्यक्रम तय किया ,  जिसके लिए 23 सितम्बर की तिथि निर्धारित की गई और उसकी सफलता की तैयारी में युद्ध स्तर पर लग गई।

भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सहित केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय तक की चहलकदमी पूर्णिया और किशनगंज में बढ़ गई और उसी क्रम में इन सभी नेताओं की प्रेस वार्ता भी बढ़ गई।

जिसमें भाजपा नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेने के बजाए निशाने पर सीमांचल वासियों को लेना शुरू कर दिया और ऐसे ऐसे बोल निकालने लगे जिससे सीमांचल में विवाद पैदा होना शुरू हो गया।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने इस क्रम में अररिया में कहा कि सीमांचल से जुड़े भारत नेपाल सीमा स्थित नो मैन्स लैंड पर बांग्लादेशी घुसपैठियों ने खुलेआम बस कर इन क्षेत्रों की जनसंख्या को असंतुलित कर दिया है।

तो दूसरी बात उन्होंने यह कह दिया कि दुनिया भर में सबसे ज्यादा किशनगंज और अररिया में बच्चे पैदा करके यहां के मुस्लिम समुदाय ने जनसंख्या को असंतुलित करने का काम किया है, जिसपर नियंत्रण की सख्त जरूरत है।

भाजपा के प्रदेश नेता ने सीमांचल के क्षेत्र में प्रेस मीडिया के सामने अपनी ओर से इस तरह की बातों को उछाल कर अपनी तिलमिलाहट को उजागर किया , वहीं , दूसरी ओर अपनी ही कही हुई बातों की काट अपनी ही बातों से करते हुए एक ओर कह दिया कि बांग्लादेशी नागरिकों के कारण सीमांचल के अररिया और किशनगंज की जनसंख्या असंतुलित हो गई है तो दूसरी ओर उन नेताओं ने अपनी ही कही हुई बात की काट यह कह कर भी कर दिया कि इन दोनों जिलों में अधिक बच्चे पैदा किए जाने के कारण ही इन दोनों जिलों की जनसंख्या असंतुलित हो गई है।

भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की इस तरह की बातों से सीमांचल की बहुसंख्यक आबादी को भारी झटका लगा और उसके विरोध में मुस्लिम बिरादरी के कुछ नेताओं ने भाजपा नेता के द्वारा कही गई उस तरह की बातों का विरोध करते हुए कहा गया कि बिहार में परिवर्तन का आगाज करने जा रही भाजपा को इस अत्यन्त पिछड़े इलाके की जनता के समक्ष पेट्रोल डीजल के दामों में हो रही वृद्धि को लेकर चर्चा करनी चाहिए थी लेकिन वे कर रहे हैं  जनसंख्या वृद्धि की बात , जो पूरी तरह से उनकी असंतुलित मानसिकता को दर्शाता है।

स्मरणीय है कि भाजपा ने महागठबंधन वाली बिहार सरकार को जड़मूल से उखाड़ फेंकने के लिए बिहार में परिवर्तन की मुहिम चलाने का शंखनाद करने की शुरूआत बिहार के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल क्षेत्र सीमांचल के पूर्णिया और किशनगंज क्षेत्र से करने के लिए आगामी 23 सितम्बर को पूर्णिया में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा आयोजित कराने की तैयारी शुरू किया है। जिसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए बिहार के इस सीमांचल में इन दिनों भाजपा के जिन नेताओं का आना जाना लगा हुआ है उन्हीं में से कोई कोई नेता अनाप शनाप बकना शुरू कर दिया है।

इस बाबत अररिया के जोकीहाट क्षेत्र की नवागन्तुक कांग्रेस नेता गुलशन आरा ने सवाल खड़ा किया है कि क्या कारण है कि जब भाजपा सत्ता में रहती है तो उसे न जनसंख्या वृद्धि दर दिखाई देती है और न ही उसे इस सीमांचल में बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ से जनसंख्या के असंतुलन दिखाई देते हैं लेकिन जब जब भाजपा की बिहार की सत्ता से बेदखली होती है तो भाजपा को ऐसी स्थिति नजर आने लगती है।

कांग्रेस नेता गुलशन आरा ने कहा कि भाजपा के नेताओं के द्वारा कही जा रही इस तरह की अनर्गल बातों का नाम मात्र भी असर सीमांचल वासियों पर पड़ना असम्भव है।

किशनगंज जिले के बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र के राजद विधायक अंजार नईमी और जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र के राजद विधायक सह बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज आलम ने कहा है कि भाजपा के नेताओं को केन्द्र की अपनी सरकार की ताकत पर सीमांचल वासियों के लिए बेहतर शिक्षा व्यवस्था और रोजगार की व्यवस्था करने को लेकर चिंता व्यक्त करना चाहिए न कि उसके नेताओं को इस क्षेत्र के लोगों के द्वारा बच्चे पैदा करने की चिंता करनी चाहिए।

इन नेताओं ने कहा है कि भाजपा को उनकी ओर से पूर्व में चेताया गया है कि सीमांचल को लेकर माहौल बिगाड़ने वाली भाजपा की किसी भी राजनीति को सीमांचल के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे और आने वाले समय में मुंहतोड़ जबाव देंगे।