सरकार तालिबानी फरमान को जल्द वापस ले - नुजहत जहां

शराबबंदी वाले बिहार में लगातार लोग जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं

सरकार तालिबानी फरमान को जल्द वापस ले - नुजहत जहां

सरकार तालिबानी फरमान को जल्द वापस ले, नुजहत जहां

मुजफ्फर आलम
सीतामढ़ी

शराबबंदी वाले बिहार में लगातार लोग जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं और पिछले दिनों नालंदा, छपरा और बक्सर की घटना इस बात की गवाही देते हैं कि कैसे इन तीनों जगह पर जहरीली शराब पीने से अब तक तीन दर्जन से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है,इस बीच शिक्षा विभाग के सचिव ने लेटर जारी कर कहा  कि बिहार में अब शराबबंदी कानून को और सख्ती से लागू करने की जिम्मेदारी ‘सरकारी टीचरों’ को दी गई है. यानी शराब माफिया और शराबियों को चिह्नित करके उनके बारे में प्रशासन से जानकारी साझा करने की जिम्मेदारी सरकारी टीचरों और प्रिंसिपल को दी गई है.
वाह शिक्षा मंत्री जी और आप के प्यारे सचिव महोदय,
शर्म के साथ डुब मरनी चाहिए इस तरह का फ़रमान जारी करने वालों को, शिक्षक को सरकार क्या समझती है कभी फ़रमान जारी किया जाता है कि रात को जाकर देखें कौन पुरुष या महिला रोड़ साईड या खुली जगह पे शौच करती है
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर श्रीमती नुजहत जहां पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष तालिमी मरकज शिक्षक संघ पटना ने कहा
मैं सरकार से मांग करती हूं कि इस फरमान को वापस ले वर्ना बहुत जबर्दस्त जन आन्दोलन को आप रोक नहीं पाएंगे मुख्यमंत्री जी आप की सरकार हिल जाएगी
  यही आदेश आप सभी अपने जनप्रतिनिधि को दें चाहे कोई भी हो,आप की सरकार आदेश देगी?
मैं सभी टीचर्स से अनुरोध करती हूं कि इस फरमान को कुबूल नहीं करें
सरकार यह भी बतावे की अब तक कितने मंत्री, विधायक, मुखिया, जिला परिषद, या आला अधिकारी पे गाज गिरी हो?
अगर सरकार की मंशा है कि बिहार में शिक्षा ख़त्म होनी चाहिए तो आप सभी विधालय और युनिवर्सिटी को बंद करने का आदेश जारी कर दें