समाहरणालय सभा कक्ष में कृषि टास्क फोर्स की बैठक संबंधित पदाधिकारियों के साथ की गई।

जिला कृषि पदाधिकारी ने सभी बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा करते हुए स्थिति से अवगत कराया।

समाहरणालय सभा कक्ष में कृषि टास्क फोर्स की बैठक संबंधित पदाधिकारियों के साथ की गई।

समाहरणालय मुजफ्फरपुर
समाहरणालय सभा कक्ष में कृषि टास्क फोर्स की बैठक संबंधित पदाधिकारियों के साथ की गई। जिला कृषि पदाधिकारी ने सभी बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा करते हुए स्थिति से अवगत कराया। उन्होनें प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर नियुक्त कर्मियों एवं पदाधिकारियों को सतत् भ्रमणशील होकर कृषिगत समस्याओं का समाधान करने का निदेश दिया। उर्वरक की उपलब्धता और वितरण में पारदर्शिता के साथ कार्य करने को निदेश दिया गया। उन्होनें बताया कि उर्वरक की कोई कमी नहीं है। जीरो टॉलरेंस नीति का अनुपालन करें साथ ही कृषकों से अनुरोध किया गया कि अगर उन सभी से उर्वरक विक्रेताओं द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य लिया जा रहा हो तो अपने पंचायत के कृषि समन्वयक/प्रखंड कृषि पदाधिकारी से तुरंत शिकायत करें। कृषि समन्वयक जो उर्परक निरीक्षक घोषित है, एवं प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण एवं निरीक्षण तथा छापामारी करेंगे अगर कोई दोषी है तो उस पर प्राथमिकी दर्ज भी करेगें। लगभग 1900 एमटी यूरिया की उपलब्धता है। कुल 81 छापेमारी भी की गई है। उन्होनें सभी को निदेश देते हुए कहा कि छापेमारी के साथ कार्रवाई संबंधित प्रस्ताव भी दे। 8 दुकानों का अनुज्ञप्ति रद्द भी किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सामान निधि योजना में स्वीकृति से पूर्व व्यापक स्तर पर सत्यापन करने का निदेश दिया गया है। पारदर्शिता के साथ जांचोपरांत ही स्वीकृति प्रक्रिया करें। क्षेत्रीय स्तर पर कार्यरत कृषि पदाधिकारियों को प्रखंडवार नोडल बनाया गया है। जो कृषकों को किसी प्रकार की भी समस्या को उनसे सम्पर्क एवं वर्ता कर निदान करेगें। बैठक में जिला कृषि पदधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी एवं सांख्यिकी पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।