आने वाले स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के विधानपरिषद चुनाव में हैट्रिक स्थापित करने के साथ ही डिप्टी सीएम मैटेरियल हो जाएंगे विधानपार्षद डॉ दिलीप जायसवाल

पूरे बिहार राज्य की राजनीति से अलग थलग की अपनी क्षेत्रीय राजनीति को गले लगा कर चलने वाले सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल के चारो जिले पूर्णिया , किशनगंज , कटिहार , अररिया में सम्पन्न हो चुके त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव के बाद अब स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के आने वाले त्रिस्तरीय बिहार विधानपरिषद के चुनाव की तैयारियां शुरू होती दिखाई दे रही है।

आने वाले स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के विधानपरिषद चुनाव में हैट्रिक स्थापित करने के साथ ही डिप्टी सीएम मैटेरियल हो जाएंगे विधानपार्षद डॉ दिलीप जायसवाल
आने वाले स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के विधानपरिषद चुनाव में हैट्रिक स्थापित करने के साथ ही डिप्टी सीएम मैटेरियल हो जाएंगे विधानपार्षद डॉ दिलीप जायसवाल

सीमांचल के पूर्णिया किशनगंज अररिया में अपनी राजनीति साधने की जुगत में डॉ जायसवाल को दे सकते हैं नीतीश कुमार यह स्वर्णिम अवसर

सीमांचल (अशोक/विशाल)

पूरे बिहार राज्य की राजनीति से अलग थलग की अपनी क्षेत्रीय राजनीति को गले लगा कर चलने वाले सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल के चारो जिले पूर्णिया , किशनगंज , कटिहार , अररिया में सम्पन्न हो चुके त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव के बाद अब स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के आने वाले त्रिस्तरीय बिहार विधानपरिषद के चुनाव की तैयारियां शुरू होती दिखाई दे रही है।

डॉ दिलीप जैसवाल

सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल में इसके दो क्षेत्र हैं । जिसमें से एक क्षेत्र कटिहार हैं और दूसरा क्षेत्र पूर्णिया किशनगंज अररिया नामक स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र हैं।

कटिहार क्षेत्र पर लगातार दो टर्म से भाजपा खेमें के अशोक अग्रवाल बतौर विधानपार्षद विराजमान हैं तो दूसरी ओर पूर्णिया किशनगंज अररिया की सीट पर डॉ दिलीप जायसवाल पिछले दो टर्म से लगातार विराजमान हैं और यह भी न सिर्फ भाजपाई हैं वल्कि ये बिहार भाजपा के कोषाध्यक्ष पद पर भी काबिज़ चले आ रहे हैं।

"कटिहार के स्थानीय प्राधिकार के त्रिस्तरीय निकाय क्षेत्र के विधानपरिषद क्षेत्र पर काबिज विधानपार्षद अशोक अग्रवाल के चुनावी हिसाब किताब विधानपार्षद अशोक अग्रवाल की मर्जी मुताबिक होते आये हैं और वे इस बार भी जीत का सेहरा अपने सिर पर बांधने से चुकने वाले नहीं हैं , ऐसा कटिहार जिले में गत लोकसभा चुनाव और गत विधानसभा चुनाव में मजबूती से उभर कर स्थापित हुई एनडीए गठबंधन की अबतक बरकरार ताकतों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है"।

लेकिन , मुस्लिम बहुल पूर्णिया किशनगंज अररिया वाली वृहत विधानपरिषद की सीट पर काबिज़ विधानपार्षद डॉ दिलीप जायसवाल आने वाले विधानपरिषद के चुनाव की बाजी जीतकर इस बार हैट्रिक बनाने में कामयाब होंगे , इस बात को इन्कारा नहीं जा सकता है।

इंकार इस बात से भी नहीं किया जा सकता है कि डॉ दिलीप जायसवाल इस जीत को हांसिल करने के लिए एनडीए का मोहताज नहीं हैं और इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि डॉ दिलीप जायसवाल के जन सेवा भाव से अभिभूत उनके वोटरों के बीच पहुंचने की हैसियत उनके किसी प्रतिद्वंदी के पास नहीं रही है और न इस बार रहेगी।

विधानपरिषद के लिए निर्वाचित विधानपार्षद डॉ दिलीप जायसवाल का दूसरा कार्यकाल समाप्त हो गया है और उक्त सीट के लिए चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं । जिसके आलोक में तीसरी बार चुनाव लड़ने की तैयारी में निवर्तमान विधानपार्षद डॉ दिलीप जायसवाल पूरी तरह से जुट गए हैं।

उनके सामने एक ओर उनकी टक्कर का कोई प्रतिद्वंदी नहीं है और दूसरी ओर उनकी जन सेवा भावना का कायल उनका सम्पूर्ण विधानपरिषद निर्वाचन क्षेत्र है।

चर्चा है कि विशाल क्षेत्रफल वाले अपनेविधानपरिषद निर्वाचन क्षेत्र की जनता की सेवा में लगातार दो टर्म से सफलता पूर्वक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए निवर्तमान विधानपार्षद डॉ दिलीप जायसवाल इतने परिपक्व व अनुभवी हो चुके हैं कि इस क्षेत्र के लोग उनमे बिहार के उपमुख्यमंत्री की प्रतिभा महसूस करने लगे हैं। ऐसा इसलिए भी कि महज विधानपार्षद के रूप में ही डॉ जायसवाल इन क्षेत्रों की सामाजिक , राजनीतिक व प्रशासनिक व्यवस्थाओं का संचालन बड़ी ही सूझबूझ से करते रहे हैं।

चर्चानुसार , इस बार उनके जीत की हैट्रिक लगते ही वह डिप्टी सीएम के मैटेरियल बना दिये जा सकते हैं।

बताया जाता है कि सीमांचल के पूर्णिया ,  किशनगंज संसदीय क्षेत्र सहित अररिया में जदयू और भाजपा की नींव को मजबूत करने के एनडीए गठबंधन के द्वारा डॉ दिलीप जायसवाल के ठोस सहयोग की जरूरत महसुसी जा रही है , क्योंकि , भाजपा के बैनर तले राजनीति करने वाले डॉ दिलीप जायसवाल की पहचान इस मुस्लिम बहुल क्षेत्र में लगातार सेक्यूलर नेता की ही बरकरार रहती आ रही है और इस क्षेत्र के बहुसंख्यक समुदाय के स्वास्थ्य व चिकित्सा की जिम्मेवारी उन्होंने लगातार अपने ऊपर उठा रखी है जो उनकी लगातार बढ़ती लोकप्रियता का परिचायक बनता जा रहा है।