किशनगंज प्रेस क्लब अध्यक्ष सुखसागर के नेतृत्व में पत्रकारों ने बेगूसराय पत्रकार हत्याकांड के खिलाफ किशनगंज डी एम को सौंपा ज्ञापन

बिहार के बेगूसराय जिले में एक पत्रकार की हुई हत्या की घटना से मर्माहत और आक्रोशित हुए किशनगंज जिले के पत्रकारों ने किशनगंज के जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के मार्फत बिहार सरकार को एक ज्ञापन सौंपा है , जिसमें मांग की गई है कि बेगूसराय के पत्रकार की हत्या की घटना की बारीकी से जांच कराकर उक्त घटना के दोषियों को फांसी की सजा दिलाई जाए।

किशनगंज प्रेस क्लब अध्यक्ष सुखसागर के नेतृत्व में पत्रकारों ने बेगूसराय पत्रकार हत्याकांड के खिलाफ किशनगंज डी एम को सौंपा ज्ञापन

- पत्रकार सुरक्षा कानून को सख्ती से लागू करने की मांग करते हुए पत्रकार के हत्यारे को फांसी की सजा दिलाने की मांग की

- मृतक पत्रकार के आश्रितों को 50 लाख रूपए बतौर मुआवजा देने की सरकार से मांग की

सीमांचल/किशनगंज (विशाल/पिंटू/विकास)

किशनगंज जिला प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुखसागर नाथ सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित हुई किशनगंज जिले के पत्रकारों की बैठक में प्रेस क्लब की ओर से मृतक पत्रकार के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया गया और मृतक पत्रकार की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किए गए।

उसके बाद प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुख सागर नाथ सिन्हा के नेतृत्व में पत्रकारों ने किशनगंज जिले के डी एम श्रीकांत शास्त्री से मिल कर बिहार सरकार के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया , जिसमें बिहार में आये दिनों पत्रकारों पर बढ़ती हमले की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए बिहार सरकार से कठोर कदम उठाने का आग्रह किया गया और बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून को सख्ती पूर्वक लागू करने की मांग की गई।

किशनगंज जिले के पत्रकारों की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री के नाम किशनगंज के डी एम को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि बेगूसराय जिले के बखरी क्षेत्र के पत्रकार सुभाष कुमार की हत्या के मामले सहित बिहार राज्य के अन्य क्षेत्रों में घटित ऐसी सभी घटनाओं की जांचकर दोषियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल शुरू कर मुकदमे चलाई जाएं और सभी मामलों के दोषियों को फांसी की सजा दिलाई जाए।

ज्ञापन में सरकार से आग्रह किया गया है कि मृत पत्रकार के आश्रितों को पचास लाख रुपए का मुआवजा सरकार की ओर से प्रदान किया जाय और राज्य भर में सख्ती पूर्वक पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू किया जाए और उसके साथ साथ ही राज्य में पत्रकारों पर होने वाले झूठे फर्जी मुकदमों पर सख्ती पूर्वक रोक लगाया जाए और पत्रकारों को शस्त्र लाइसेंस प्रदान करने की त्वरित व्यवस्था की जाय।