सीमांचल के विधायकों के साथ बिहार विधानसभा में हुए दुर्व्यवहार की घटना पर भड़की पूर्व जिलापार्षद गुलशन आरा
जोकीहाट क्षेत्र की पूर्व जिला परिषद सदस्य और चर्चित मुखर समाजसेवी गुलशन आरा ने बिहार विधानसभा के सदन में सीमांचल के हक व हुक़ूक़ की बात रखने वाले सीमांचल के एमआइएम विधायकों को मार्शल के जरिये बाहर निकाल देने की घटना का जोरदार विरोध किया है।
- कही कि ऐसी घटना की जितनी भी निंदा की जाय वह कम ही होगी
- बोली--पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर बिहार वासियों को इस घटना के विरोध में आवाज बुलंद करने की है जरूरत
सीमांचल/जोकीहाट(विशाल कुमार)
जोकीहाट क्षेत्र की पूर्व जिला परिषद सदस्य और चर्चित मुखर समाजसेवी गुलशन आरा ने बिहार विधानसभा के सदन में सीमांचल के हक व हुक़ूक़ की बात रखने वाले सीमांचल के एमआइएम विधायकों को मार्शल के जरिये बाहर निकाल देने की घटना का जोरदार विरोध किया है।
उन्होंने कहा है कि सदन का संचालन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है।
गुलशन आरा ने कहा कि अपने इलाके के हक व हुक़ूक़ के लिए सदस्यों के द्वारा आवाज बुलंद करने पर सदस्यों को बाहर निकाल देना अगर उचित है तो आखिर क्यों कराये जाते हैं विधानसभा के चुनाव ?
गुलशन आरा ने कहा कि विधायक के रूप में जो लोग निर्वाचित होकर सदन पहुंचते हैं उन पर पब्लिक की उम्मीदें और आशाएं लगी रहती हैं कि वे सदन में पब्लिक सेक्टर की समस्याओं को उठाएंगे । लेकिन , पब्लिक की उन उम्मीदों और आशाओं पर पानी फिराने के लिए सरकार के इशारे पर निर्वाचित प्रतिनिधियों को सदन से बाहर निकलवाया जाने लगा है जो सरकार की हिटलरशाही को दर्शाता है।
गुलशन आरा ने कहा कि वर्तमान सरकार के इशारे पर सीमांचल वासियों का हक छीना जा रहा है और इंसाफ का खून किया जा रहा है।
गुलशन आरा ने बिहार वासियों से अपील किया है कि ऐसे सरकारी तानाशाही के खिलाफ पूरे बिहार वासियों को आवाज बुलंद करने की जरूरत है।