शाहनवाज आलम ने तेजस्वी यादव को सवालों के घेरे में लेकर राजद से अलविदा की तैयारी

शाहनवाज आलम ने तेजस्वी यादव को सवालों के घेरे में लेकर राजद से अलविदा कहने का फैसला किया है। उन्होंने उनके नेतृत्व में राजद की राजनीति से अलग होने का ऐलान करते हुए आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सीमांचल में राजद को खत्म करने का संकल्प किया है। उन्होंने इससे पहले भी तेजस्वी के नेतृत्व में राजद की राजनीति को कई बार सवालात्मक रूप से चुनौती दी थी।

शाहनवाज आलम ने तेजस्वी यादव को सवालों के घेरे में लेकर राजद से अलविदा की तैयारी

-तेजस्वी यादव को सवालों के घेरे में लेकर युवा राजद के प्रदेश महासचिव शाहनवाज आलम ने राजद को अलविदा कहने का दे दिया अल्टीमेटम

-कहा विधान सभा आम चुनाव आते आते सीमांचल से राजद का सफाया तय

सीमांचल  (विशाल/पिंटू)

बिहार में प्रतिपक्ष के राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में बीता हुआ लोक सभा चुनाव को 2024 के लोक सभा चुनाव की बजाय 2025 के आगामी बिहार विधान सभा चुनाव को लक्ष्य में लेकर क्यों लड़ा और बिहार की 39 लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रों को लावारिश छोड़कर सिर्फ एक ही संसदीय क्षेत्र पूर्णिया में ही अपनी सारी ताकतें झोंक अंत में पूर्णिया की सरजमीं से ही जनता को क्यों एनडीए को वोट देने का तब आहवान कर दिया जब पूरे देश की जनता एनडीए के खिलाफ गोलबंद हो रही थी।

ये उपरोक्त सवाल को पूरी शिद्दत से पूर्णिया जिले की जनता के बीच उठाते हुए बायसी निवासी युवा राजद के प्रदेश महासचिव शाहनवाज आलम ने राजद को अलविदा कहने का अल्टीमेटम दिया है।

उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों तेजस्वी यादव ने अपनी जिद्द पर अड़े रहकर पप्पू यादव , हिना शहाब , कन्हैया सरीखे प्रभावशाली नेताओं को राजद या महागठबंधन की चुनावी टिकट से वंचित कराया था।

युवा राजद के प्रदेश महासचिव पद सहित राजद की संपूर्ण राजनीति से अलग हटने का ऐलान करते हुए बायसी निवासी अति प्रभावशाली नेता शाहनवाज आलम ने अपने साथी और समर्थकों की बड़ी संख्या वाली राजद की टीम को सब्बीर आलम , उबैदुर रहमान , गरीबनवाज , तहसीन आलम , मेराज आलम , अखलाक , हरीश , अहमद रज़ा , मशरूफ , जुनैद आलम , शमशीर आलम , आफाक जैसे जुझारू नेताओं के सहित राजद को अलविदा कहते हुए तेजस्वी यादव पर खुलेआम आरोप लगाया कि सीमांचल में उन्होंने मोदी जी के चुनावी जुमलों की तर्ज पर ही सीमांचल विकास आयोग गठन करने का अपना वायदा तब भी पूरा नहीं किया जबकि तेजस्वी ने बतौर उप मुख्यमंत्री बिहार में लगातार 17 महीने राज किया।

बायसी निवासी पूर्व राजद नेता शाहनवाज आलम ने राजद के अगले भविष्य को इस सीमांचल में बिल्कुल खराब होने की संभावना जताते हुए कहा कि एक ओर तो तेजस्वी ने राज्य भर में 22 की जगह महज दो लोक सभा सीटों पर ही राजद के मुस्लिम प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में कूदने का मौका दिया और उसके इतर तेजस्वी यादव ने हमारे सीमांचल के कटिहार के राज्य सभा सांसद डॉ अहमद असफाक करीम को हटाकर अपने हरियाणा वाले निजी सहयोगी संजय यादव को राज्य सभा सांसद का तग्मा थमा दिया।

पूर्व राजद नेता शाहनवाज आलम ने दावा किया है कि अब सीमांचल में राजद को अलविदा कहने का जुनून सीमांचल वासियों पर सवार होना शुरू हो गया है और अगला विधान सभा आम चुनाव आते आते सीमांचल से राजद का सफाया निश्चित होना तय हो गया है।