एक से दो दिन के भीतर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर पप्पू यादव पूर्णिया के कांग्रेस सांसद कहलाएंगे।
पूर्णिया से आजाद उम्मीदवार पापू यादव के कांग्रेस में शामिल होते ही संसद में कांग्रेस की सदस्य संख्या 101 हो जाएगी। इससे पहले, महाराष्ट्र से सांसद विशाल पाटिल के कांग्रेस में शामिल होने से यह संख्या 99 से बढ़कर 100 हुई थी, जो अब 101 हो जाएगी।

सीमांचल (विशाल/पिंटू/विकास)
दिल्ली की पार्लियामेंट में महज 99 सदस्यों के साथ इस बार इंट्री लेने वाली कांग्रेस में महाराष्ट्र के एक सांसद विशाल पाटिल के शामिल हो जाने के कारण कांग्रेस की सदस्य संख्या पार्लियामेंट में 100 पर पहुंच गई है और इस आंकड़े में बढ़ोत्तरी होने के आसार भी हैं।
सूत्रों के अनुसार , बिहार के सीमांचल के पूर्णिया संसदीय क्षेत्र से विजयी हुए निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस की दरबार में जाकर बैठ गए हैं और कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने की तैयारी में जुटे हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार , अब कांग्रेस में भी निर्दलीय जीत कर आए सांसद पप्पू यादव के प्रति उदारता जगने लगी है और संभावना जताई जा रही है कि एक से दो दिन के अंदर ही पप्पू यादव को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करा दी जाएगी।
कांग्रेस की ऑल इंडिया कमिटी की सूत्रों के अनुसार , पप्पू यादव के कांग्रेस में शामिल होने के पश्चात पार्लियामेंट में कांग्रेस की सदस्य संख्या सीधे 101 पर पहुंच जाएगी ।
"कांग्रेस सूत्रों के अनुसार , अपने पूरे संसदीय चुनाव काल में पप्पू यादव ने जिस तरह से कांग्रेस कांग्रेस की रट लगा रखी थी और अपना राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी को बताना जारी रखा था उसकी जानकारी दिल्ली में कांग्रेस के आला नेताओं को लगातार मिलती रही थी और अब जब निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाबजूद भी पप्पू यादव सांसद निर्वाचित हो चुके हैं और चुनाव जीतने के बाद दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस के दरबार में ही दस्तक देने लगे हैं तो ऐसी स्थिति में कांग्रेस भी नॉर्मल हो गई है और अब पप्पू यादव को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराने की कांग्रेस की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है"।
लिहाजा , अब वह समय दूर नहीं जब पूर्णिया की संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीत कर निर्दलीय सांसद बने पप्पू यादव एक से दो दिन के अंदर ही स्वयं की पहचान पूर्णिया के कांग्रेस सांसद के रूप में बना लेंगे।
बहरहाल , सीमांचल में भी अब कांग्रेस सांसदों की संख्या बढ़कर दो से तीन होने की संभावना बलबती हो गई है।
कांग्रेस की अखिल भारतीय कमिटी के राष्ट्रीय महासचिव और सीमांचल भर में कांग्रेस के अति लोकप्रिय युवा नेता की पहचान रखने वाले तौकीर आलम के अनुसार , बिहार के सीमांचल ने इस बार एक की बजाय एक साथ तीन तीन कांग्रेस सांसदों को किशनगंज कटिहार और पूर्णिया में स्थापित कर नया इतिहास रच दिया है और कांग्रेस व सीमांचल की प्राचीन परंपरा को जीवित कर दिया है।
उन्होंने संभावना जताई है कि बिहार विधान सभा के लिए होने वाले 2025 के बिहार विधान सभा के चुनाव में भी कांग्रेस और महागठबंधन की ही साख बढ़ने की प्रबल संभावना बलबती होती नजर आ रही है और 2025 में पूरी संभावना है कि कांग्रेस महागठबंधन की सरकार पूरी मजबूती के साथ बिहार में स्थापित होगी।