जन सुराज पार्टी का भाजपा की बी टीम के रूप में हुआ खुलासा
जन सुराज पार्टी का भाजपा की बी टीम के रूप में हुआ खुलासा, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सीमांचल में राजद महाकमें को पत्र लिखकर किया सचेत। उन्होंने कहा कि राजद के सदस्यों को चाहिए विवेकपूर्ण कार्यवाही करना और जो भी राजद वाले सटेंगे, उन पर होगी सीधी कार्रवाई। बिहार के सीमांचल में कांग्रेस और राजद का जनाधार व्यापक होने से राजद इस क्षेत्र में चौकसी बरतती है। इसी संदर्भ में जगदानंद सिंह ने राजद के नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक पत्र भेजकर प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी से सावधान किया है, जिसे वे भाजपा की बी टीम मानते हैं।

सीमांचल ( पिंटू / विकास )
जन सुराज पार्टी का भाजपा की बी टीम के रूप में होने का खुलासा होने पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सीमांचल में एक पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर बयान किया है कि जन सुराज पार्टी वास्तव में भाजपा की एक छोटी सी रूपरेखा है। उन्होंने इसे भाजपा और उसके संगठनों द्वारा संचालित एक समाजसेवी संस्था के रूप में विशेषकर बिहार के सीमांचल क्षेत्र में गैर-भाजपा दलों में उतारने और भ्रमित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
जगदानंद सिंह ने अपने पत्र में विभिन्न क्षेत्रों में जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर द्वारा चलाई जा रही कार्यवाही को गलतफहमी मानते हुए, राजद के कुछ सदस्यों को अत्यंत घातक बताया है। उनके अनुसार, इस प्रकार की परिस्थितियों में जो भी राजद के सदस्य जुड़कर इस पार्टी से सम्बंध बनाने की कोशिश करेंगे, उन पर राजद की ओर से सख्त कार्रवाई होगी।
इस संदर्भ में उन्होंने उचित महसूस किया है कि राजद के सदस्यों को चाहिए विवेकपूर्ण कार्रवाई करते हुए अपने धार्मिक और सामाजिक मानदंडों को बनाए रखना। यह समझना जरूरी है कि बिहार के सीमांचल क्षेत्र में कांग्रेस और राजद का जनाधार व्यापक होने से राजद की एक महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन इसका उपयोग बगुले की भांति भी किया जा सकता है।
इस प्रकार, जगदानंद सिंह द्वारा जारी यह पत्र न केवल राजद के सदस्यों को जागरूक करने का कार्य करता है, बल्कि इसे राजनीतिक प्रक्रिया में खुलासा करने और सामाजिक चरित्र की रक्षा करने का एक सशक्त संकेत भी माना जा सकता है।
इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता है कि बिहार के इस सीमांचल में कांग्रेस और राजद का जनाधार व्यापक रूप से बढ़ा है। इस कारण बिहार की राजद इस सम्पूर्ण क्षेत्र पर बगुले की भांति नजरें टिकाये रहती है। चुनाव के दौर में जन सुराज पार्टी सीमांचल में उतारने की नई परिपाटी शुरू की है तो दूसरी ओर राष्ट्रिय जनता दल के पदाधिकारी को सचेत रहने की आवश्यकता है की राजद का कोई भी नेता इधर से उधर नहीं हो , इस पर भी चौकसी बरतती है। यही कारण है कि अभी अभी राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की ओर से 6 जुलाई को राजद के प्रभावशाली नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक पत्र भेजकर प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी से सावधान रहने का आदेश दिया गया है।
पत्र में कहा गया है कि विभिन्न क्षेत्रों में प्रशांत किशोर की जन सुराज को स्वयं सेवी संस्था की गलतफहमी में राजद के भी कुछ सदस्यों के द्वारा जो सदस्यता ग्रहण की जा रही है वह राजद के लिए अति घातक और नुकसानदायक है।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रेषित पत्र में साफ तौर पर कह दिया है कि प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी मूल रूप से राजनीतिक पार्टी है जो भाजपा और अन्य धर्मावलंबी संगठन के द्वारा संचालित और वित्तीय सहायता प्राप्त है। जनसुराज पार्टी मूल रूप से भाजपा की बी टीम है जिसे भाजपा ने समाजसेवी संगठन का रूप धारण कराकर बिहार खासकर सीमांचल में गैर भाजपा दलों में तोड़फोड़ और भ्रमित कराने के लिए तैनात कराया है।
पत्र में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने स्पष्ट कहा है कि जो भी राजद से जुड़े लोग जन सुराज पार्टी से सटने का प्रयास करते हुए इस तरह की दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होंगे उन पर राजद की ओर से समुचित कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी ओर से इस सीमांचल के पूर्णिया जिले के बायसी अनुमंडल क्षेत्र में युवा राजद की प्रदेश कमिटी से जुदा हुए पूर्व युवा राजद नेता शाहनवाज आलम ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के उक्त पत्र पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा है कि जिस राजद के स्वयंभू बड़े नेता ने गत लोक सभा चुनाव के दौरान पूर्णिया की ही सरजमीं से एनडीए को वोट दे देने तक की घोषणा कर दी थी उस पार्टी राजद के प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा अब प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को भाजपा की बी टीम बताया जाना हास्यास्पद नहीं तो क्या है।