नीलामी में जमकर हुई धनवर्षा, एक करोड़ 43 लाख सात हजार 900 रुपया राजस्व की हुई प्राप्ति
शराब मामले में जब्त वाहनों की नीलामी में पहली बार जमकर धन की बारिश हुई। छोटी बड़ी वाहनों की नीलामी में लोगों ने खूब दिलचस्पी दिखाई और लोगों के बीच वाहन बोली लगाने को लेकर होड़ मचा रहा।

अंजुम आलम (जमुई)
-70 हज़ार तक लगी बाइक कि बोली तो स्कार्पियो हुआ सात लाख के पार
-162 वाहनों पर आया 1560 आवेदन
-कई महिलाओं ने भी नीलामी में दिखाई दिलचस्पी
-उत्पाद विभाग के टीम की मेहनत ने लाई रंग,दो वाहन बचे शेष
-डीएसपी,डीटीओ और उत्पाद अधीक्षक की निगरानी में संपन्न हुई नीलामी
जमुई:नीलामी की प्रक्रिया डीएसपी अभिषेक कुमार,डीटीओ कुमार अनुज और उत्पाद अधीक्षक संजीव कुमार ठाकुर की देख रेख में सम्पन्न की गई। सोमवार और मंगलवार दो दिनों तक चली नीलामी प्रक्रिया में 164 में से 162 छोटी-बड़ी वाहनों पर 1560 लोगों ने दिलचस्पी दिखाई और नीलामी प्रक्रिया में भाग लिया। इस दौरान सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लगी रही।
सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतेजाम किये गए थे। साथ ही कार्यालय के बाहर लगी भीड़ पर ड्रोन से भी निगाहें रखी जा रही थी। नीलामी हुई वाहनों में स्कार्पियो,सफारी, बोलेरो, पिकअप, सूमो,मारुति,आटो, बाइक सहित अन्य चार पहिया वाहन शामिल हैं।
उत्पाद अधीक्षक संजीव कुमार ठाकुर ने बताया कि कुल 162 वाहनों की नीलामी में एक कोरोड़ 43 लाख सात हजार 900 रुपया राजस्व की प्राप्ति हुई। सर्वाधिक बोली चकाई थाना के स्कार्पियो पर देवनारायण पासवान ने लगाई। निर्धारित मूल्य एक लाख चालीस हजार से उसने 7 लाख 10 हज़ार में स्कार्पियो अपने नाम कर लिया।
इसी प्रकार 40 हज़ार का बोलेरो पिकअप पर तीन लाख 50 हज़ार में बिकी। सिमुलतला थाना में 85 हज़ार का पिकअप पांच लाख 55 हज़ार में बुद्धिनाथ प्रसाद यादव ने अपने नाम कर लिया।
जबकि 11हज़ार की पल्सर बाइक को सर्वाधिक बोली लगाकर 67 हज़ार में सैयद आबिद शफी ने अपने नाम किया। उत्पाद थाना में मौजूद 48000 की कार दो लाख 10 हज़ार में बिका। उत्पाद अधीक्षक संजीव कुमार ठाकुर ने बताया कि उत्पाद विभाग पटना के निर्देशानुसार 164 वाहनों की नीलामी निकाली गई।
पूरे उत्पाद विभाग के टीम की मेहनत ने रंग लाई और 162 वाहनों की नीलामी कर सिर्फ दो वाहन ही शेष बच गए जिसे भी नीलाम किया जाएगा। इस अवसर पर उत्पाद इंस्पेक्टर सुभाष कुमार, सीपी यादव, एसआई राजा बाबू, दिलदार अंसारी, सिमरन भारती सहित अन्य उत्पाद सिपाही मौजूद थे।