सीमांचल सहित कोशी नदी से जुड़े क्षेत्रों में कोशी की बाढ़ का हाई अलर्ट

सुपौल जिले के डीएम और पूर्णिया के रूपौली अंचलाधिकारी ने लोगों से 28 सितंबर को सुबह 9 बजे तक ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की है। नेपाल द्वारा 28 सितंबर की दोपहर में 6.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है, जिससे बिहार के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बिहार के जल संसाधन विभाग ने भी इस स्थिति को देखते हुए अगले 48 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से सीमांचल के चार जिलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि बाढ़ की स्थिति में आपातकालीन कदम उठाए जा सकें और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। प्रशासन लोगों से सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है। बिहार में 28 सितंबर को जलप्रलय की आशंका, 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

सीमांचल सहित कोशी नदी से जुड़े क्षेत्रों में कोशी की बाढ़ का हाई अलर्ट

सीमांचल   (अशोक/विशाल)

नेपाल में जारी भारी बारिश के कारण कोशी नदी में नेपाल से किए जाने वाले पानी के डिस्चार्ज  की वजह से बिहार की कोशी नदी के साथ साथ महानंदा नदी और गंडक में भारी बाढ़ की संभावना बढ़ गई है।

“भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटों में राज्य के 13 जिलों में अचानक बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है. आईएमडी बुलेटिन के अनुसार पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुज़फ़्फ़रपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिलों में भारी बारिश की संभावना है”.

आशंका जताई जा रही है कि कोशी नदी का पिछले 56 साल का रिकॉर्ड टूटने वाला है और इस क्रम में उसमें नेपाल से 6 . 81 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज होने वाला है।

सूत्रों के अनुसार , फिलवक्त नेपाल से 1 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया जा चुका है और उसकी वजह से बिहार की कोशी नदी में उफान की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है।

लेकिन , अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब कोशी में 6 . 81 लाख क्यूसेक से अधिक पानी का डिस्चार्ज होगा तो बिहार के इलाकों का हाल क्या होगा।

“हाई अर्ल्ट.…नेपाल में भारी वर्षापात(वर्षा) होने के कारण, नेपाल बराज से कल दिनांक 28 सितंबर को अपराह्न 12:00 बजे में 6,81,639 लाख क्यूसेक पानी कोशी छोड़ने की संभावना है। जिससे नदी में जलश्राव और जल स्तर में वृद्धि की संभावना है। इसलिए सिमांचल जिलों के नदी तटीय क्षेत्रों में बसे वैसे लोग जो कोसी नदी तट से सटे इलाके में रहते हैं उनसे ऊक्त स्थान को छोड़ कर ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने की अपील कि गई है - प्रधान सचिव,जल संसाधन विभाग, बिहार”।

नेपाल के द्वारा इस बाबत बिहार के जल संसाधन विभाग को सूचित किए जाने की खबर है। जिस कारण बिहार के जल संसाधन विभाग द्वारा 48 घंटे का अलर्ट जारी कर दिया गया है।

खबर है कि नेपाल से कोशी में 6 . 81 लाख क्यूसेक से अधिक पानी का जो डिस्चार्ज 28 सितंबर की दोपहर में किया जाने वाला है उससे बिहार के इस पूरे सीमांचल में भयावह बाढ़ की आशंका है। इस संबंध में सबसे पहले कोशी क्षेत्र के सुपौल जिले के डीएम ने हाई अलर्ट जारी कर संबंधित क्षेत्र के लोगों से अपील कर दी है कि वे एहतियात बरतते हुए बाढ़ आश्रय स्थल पर शरण लेने के लिए चले जाएं।

“ विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में अगले 24 घंटों में अचानक बाढ़ आने का ख़तरा पैदा हो गया है, जिसकी तीव्रता कम से मध्यम के बीच रहने का अनुमान है. आईएमडी के ताज़ा पूर्वानुमान के मद्देनज़र राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) ने इन 13 जिलों के प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने और स्थिति को संभालने के लिए सभी निवारक उपाय करने को कहा है. डीएमडी ने शुक्रवार को इस संबंध में इन 13 जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) को पत्र लिखा है ”.

जबकि दूसरी ओर से पूर्णिया जिले के रूपौली अंचल के अंचलाधिकारी ने अपने पत्रांक 1421 दिनांक 27/9/24 के द्वारा सर्वसाधारण को सूचित कर दिया है कि कोशी नदी में नेपाल के द्वारा काफी मात्रा में पानी छोड़े जाने की मिली सूचना के मद्देनजर  निचले इलाकों में बाढ़ के पानी के प्रवेश की संभावना है , अतः आप लोग 28 सितंबर को सुबह 9 बजे तक अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर चले जाएं और कोई भी नाविक मछली मारने के लिए नावों को नदी में नहीं उतारें।

रूपौली अंचल के अंचलाधिकारी ने क्षेत्र के सभी जन प्रतिनिधियों से भी आग्रह किया है कि वे इस सूचना को ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच प्रसारित और प्रचारित करने की कृपा करें ताकि बाढ़ से होने वाली जानमाल की क्षति और नुकसान को रोका जा सके। इस तरह की चेतावनी विभिन्न न्यूज चैनल के द्वारा भी व्यापक रूप में दी जाने लगी है।