पूर्णिया में नए पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा, आईपीएस की तैनाती

पूर्णिया में हाल ही में 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी कार्तिकेय शर्मा को नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। झारखंड में जन्मे शर्मा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रांची से की और बाद में आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग तथा आईआईएम अहमदाबाद से प्रबंधन की पढ़ाई की। पुलिस सेवा में उनका करियर लखीसराय से शुरू हुआ, और उन्होंने सिवान में एसडीपीओ के रूप में भी काम किया। शेखपुरा में एक जघन्य हत्या कांड का सफलतापूर्वक खुलासा कर, उन्हें गृह मंत्रालय से उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। पूर्णिया में उनकी नियुक्ति कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। उनके पास अपराधियों पर नियंत्रण और प्रशासनिक कार्यों में व्यापक अनुभव है, जिससे जिले में शांति और सुरक्षा बहाल करने की उम्मीद है। उनके नेतृत्व में पुलिस प्रशासन में सुधार और अपराध नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

पूर्णिया में नए पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा, आईपीएस की तैनाती

सीमांचल  (विशाल/पिंटू/विकास)

पूर्णिया जिले में हाल ही में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव हुआ है। 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी कार्तिकेय शर्मा को पूर्णिया का नया पुलिस अधीक्षक (एसपी) नियुक्त किया गया है। इस तैनाती के साथ ही कार्तिकेय शर्मा को अपराध नियंत्रण और सार्वजनिक सुरक्षा के मोर्चे पर नई जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। पूर्णिया के नए पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा की नियुक्ति के संदर्भ में उनके करियर, अनुभव और उनकी भविष्य की चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

कार्तिकेय शर्मा, आईपीएस की जीवन और शिक्षा

कार्तिकेय शर्मा का जन्म झारखंड राज्य के एक छोटे से गांव में हुआ। उनके पिता कोलफील्ड में कार्यरत थे, जिससे उनका परिवार एक साधारण जीवन जीता था। कार्तिकेय ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रांची में प्राप्त की। रांची के स्थानीय स्कूलों से 12वीं कक्षा की परीक्षा पास करने के बाद, उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने का निर्णय लिया।

वर्ष 2009 में, कार्तिकेय शर्मा ने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। उनकी शिक्षा में इस उत्कृष्टता ने उन्हें विभिन्न तकनीकी और प्रबंधन मुद्दों पर एक मजबूत आधार प्रदान किया। इसके बाद, उन्होंने वर्ष 2012 में आईआईएम अहमदाबाद से पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री हासिल की, जो उनके व्यवसायिक और प्रशासनिक कौशल को और भी मजबूत बनाती है।

पुलिस सेवा में करियर की शुरुआत

कार्तिकेय शर्मा ने अपनी पुलिस सेवा की शुरुआत लखीसराय जिले से की। यह उनकी पहली पोस्टिंग थी, और उन्होंने यहां अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य किए। प्रोवेशन पीरियड के दौरान वे सिवान में एसडीपीओ के रूप में तैनात रहे। इस दौरान, उन्होंने कानून व्यवस्था को बनाए रखने और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उत्कृष्टता और पहचान

कार्तिकेय शर्मा की सेवाओं की उत्कृष्टता को गृह मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त है। वर्ष 2021-22 में, उन्होंने शेखपुरा में हथोड़ा से कूच-कूच कर हत्या करने वाले कांड का सफलतापूर्वक उद्भेदन किया। इस सफलता ने उन्हें अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में एक प्रमुख अधिकारी बना दिया। इस उत्कृष्ट कार्य के लिए, उन्हें गृह मंत्रालय से उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।

पूर्णिया में नई भूमिका

पूर्णिया में पुलिस अधीक्षक के रूप में उनकी नियुक्ति एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कदम है। पूर्णिया जिले की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना उनके लिए एक नई चुनौती होगी। उनकी पूर्व अनुभव और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की रणनीतियों के कारण, उन्हें इस नई भूमिका में सफलता की आशा है।

चुनौतियाँ और अपेक्षाएँ

पूर्णिया एक ऐसा क्षेत्र है जहां अपराध दर में उतार-चढ़ाव होता रहता है। इस जिले में विभिन्न प्रकार की अपराधी गतिविधियाँ होती हैं, जिनमें संगठित अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी और हिंसात्मक अपराध शामिल हैं। कार्तिकेय शर्मा की प्राथमिकता होगी कि वे इन समस्याओं का समाधान करें और जनसुरक्षा सुनिश्चित करें।

आगे की योजनाएँ और रणनीतियाँ

कार्तिकेय शर्मा की प्रशासनिक दृष्टि स्पष्ट है। उनकी योजना में पुलिस बल की ताकत को बढ़ाना, तकनीकी संसाधनों का उपयोग बढ़ाना, और समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करना शामिल है। वे अपने अनुभव, शिक्षा का उपयोग और बेहतर पुलिसिंग करके पूर्णिया में एक स्थिर और सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

कार्तिकेय शर्मा की तैनाती पूर्णिया में एक नया अध्याय शुरू करती है। उनकी प्रभावी नेतृत्व क्षमता, पूर्व अनुभव, और अपराध नियंत्रण में सफलता की पहचान ने उन्हें इस नई भूमिका के लिए एक आदर्श उम्मीदवार बना दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे वे अपनी योजनाओं और रणनीतियों के माध्यम से पूर्णिया में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में सफल होते हैं। उनके नेतृत्व में पूर्णिया के नागरिकों को बेहतर सुरक्षा और न्याय की उम्मीद है, जो कि इस नई तैनाती की सफलता का मापदंड होगा।