जमुई में एसपी डॉ. शौर्य सुमन को भव्य विदाई: सम्मान और यादों से सजी एक ऐतिहासिक शाम
जमुई के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. शौर्य सुमन को एक भव्य विदाई समारोह में सम्मानित किया गया, जिसमें जिला कलेक्टर अभिलाषा शर्मा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मुख्य अतिथि रहे। इस समारोह में डॉ. सुमन के कार्यकाल की प्रशंसा की गई, जिसमें नक्सलवाद और अपराध पर नियंत्रण के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान को सराहा गया। डीएम अभिलाषा शर्मा ने उनके नेतृत्व और कार्यशैली को प्रेरणादायक बताया। डॉ. सुमन ने पुलिस टीम के सहयोग का आभार जताया, जिसके कारण उन्होंने कानून-व्यवस्था को सुधारने में सफलता पाई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और उनके नेतृत्व की सराहना की। समारोह का संचालन डॉ. निरंजन कुमार ने किया, जिनकी साहित्यिक एंकरिंग को सभी ने सराहा। अंत में, डॉ. सुमन को उपहार और शुभकामनाओं के साथ विदाई दी गई, जो उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना के साथ समाप्त हुआ।

बिहार मंथन डेस्क
जमुई के पुलिस प्रशासन ने डॉ. शौर्य सुमन को पुलिस अधीक्षक (एसपी) के पद से निवृत्त होने के उपलक्ष्य में एक भव्य और सम्मानजनक विदाई समारोह का आयोजन किया। यह समारोह मलयपुर थाना परिसर में हुआ, जहां जिला कलेक्टर अभिलाषा शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। यह विदाई समारोह न केवल पुलिस प्रशासन का आयोजन था, बल्कि इसमें समाज के सभी वर्गों के लोग, मीडिया कर्मी, प्रशासनिक अधिकारी, और पुलिस परिवार के सदस्य भी भारी संख्या में शामिल हुए।
सम्मान समारोह: डॉ. शौर्य सुमन के कार्यकाल की अनमोल उपलब्धियां
समारोह के दौरान, एसपी डॉ. शौर्य सुमन के कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों और उपलब्धियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। जमुई जिला में नक्सलवाद और अपराध की चुनौतियों का सामना करने में उनकी अद्वितीय नेतृत्व क्षमता की चर्चा हर किसी की जुबां पर थी। जिला कलेक्टर अभिलाषा शर्मा ने कहा, “डॉ. सुमन के कुशल नेतृत्व में जिले की विधि-व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। नक्सलवाद पर काबू पाने से लेकर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने तक, उनके कार्यकाल में जमुई ने शांति और सुरक्षा का नया आयाम देखा है।”
डॉ. शौर्य सुमन के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माओवादियों पर सख्त कार्रवाई थी। उनके कुशल मार्गदर्शन में पुलिस ने नक्सलियों को कड़ी टक्कर दी, जिससे जिले में कानून व्यवस्था कायम रही। इसके अलावा, ट्रैफिक व्यवस्था में लाए गए क्रांतिकारी सुधार ने आम नागरिकों के लिए सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की, जो उनके कार्यकाल का एक और महत्वपूर्ण योगदान था।
जिला कलेक्टर अभिलाषा शर्मा की सराहना
जिला कलेक्टर अभिलाषा शर्मा ने डॉ. शौर्य सुमन के नेतृत्व की सराहना करते हुए उन्हें एक महान व्यक्ति करार दिया। उन्होंने कहा, “डॉ. सुमन का कार्यकाल न केवल पुलिस प्रशासन के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी प्रेरणादायक रहा है। उनकी कार्यशैली और नेतृत्व क्षमता ने पुलिस विभाग को नई दिशा दी है, जिससे कानून व्यवस्था में स्थिरता आई है।” डॉ. सुमन के साथ काम करने का अनुभव साझा करते हुए डीएम अभिलाषा शर्मा ने कहा कि उनका व्यक्तित्व और उनकी कार्यशैली सभी के लिए प्रेरणादायक रहे हैं।
डॉ. शौर्य सुमन का संबोधन
डॉ. शौर्य सुमन ने विदाई समारोह में उपस्थित सभी अधिकारियों, कर्मियों, और नागरिकों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य एक टीम वर्क है और उनके कार्यकाल में मिले सहयोग ने उन्हें नक्सलवाद और अपराध से निपटने में मदद की। “नक्सलियों और अपराधियों की नकेल कसना अकेले मुमकिन नहीं था; यह पूरी टीम का प्रयास था,” उन्होंने कहा। इसके साथ ही उन्होंने नवागत जिला कलेक्टर अभिलाषा शर्मा के प्रति भी कृतज्ञता प्रकट की।
एसपी डॉ. सुमन के नेतृत्व में नक्सलवाद और अपराध पर काबू
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सतीश सुमन ने डॉ. शौर्य सुमन के मार्गदर्शन में काम करने के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व ने न केवल नक्सलवाद पर नियंत्रण पाने में मदद की, बल्कि अपराधियों पर भी नकेल कसने में सफलता प्राप्त की। उन्होंने डॉ. सुमन की नेतृत्व क्षमता और संकट प्रबंधन कौशल की प्रशंसा करते हुए कहा कि विकट परिस्थितियों में भी उन्होंने धैर्य और स्थिरता बनाए रखी, जिससे जिले की सुरक्षा सुनिश्चित हो पाई।
एसपी अभियान ओंकार नाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “डॉ. शौर्य सुमन की कार्यशैली और न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत प्रभावित किया है। उनकी निगरानी में लंबित कांडों का निपटारा किया गया, जिससे नक्सलवाद और अपराध नियंत्रण के मामले में जमुई जिले को एक विशिष्ट पहचान मिली है।”
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का संदेश
समारोह में उपस्थित अन्य पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। पुलिस अधिकारी आलोक कुमार, पुलिस परिवार के सदस्य अरविंद यादव, प्रभात कुमार, और कलमकार अरविंद सिंह ने भी डॉ. सुमन के कार्यशैली की तारीफ की। एडीएम सुभाष चंद्र मंडल, डीडीसी सुमित कुमार, एसएसबी कमांडेंट मनीष कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट विनोद कुमार मोहरिल, एसडीएम अभय कुमार तिवारी, सिविल सर्जन डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप, डीटीओ मो. इरफान, और डीएसपी आफताब अहमद जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी इस भव्य विदाई समारोह का हिस्सा थे।
साहित्यिक और शायराना अंदाज में विदाई
समारोह की खास बात यह रही कि इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. निरंजन कुमार ने किया, जिन्होंने अपने साहित्यिक और शायराना अंदाज में मंच को जीवंत बना दिया। उनके उत्कृष्ट एंकरिंग की हर किसी ने सराहना की, और पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने भी उनके इस हुनर की जमकर तारीफ की। डॉ. सुमन ने कहा, “डॉ. निरंजन ने जिस प्रकार से आज का कार्यक्रम संचालित किया है, वह न केवल काबिले तारीफ है, बल्कि उनके जैसे योग्य व्यक्तियों की वजह से ही जिला प्रशासन का कार्य सुचारू रूप से चल पाता है।”
विदाई के बाद सम्मान और उपहार
समारोह के अंतिम चरण में, उपस्थित लोगों ने डॉ. शौर्य सुमन को फूलों के गुलदस्ते, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह, और अन्य उपहार देकर सम्मानित किया। इस विदाई समारोह का समापन सभी ने एक दूसरे को शुभकामनाएं देने और डॉ. सुमन के भविष्य के लिए मंगलकामनाओं के साथ किया।
जमुई में पुलिस और प्रशासन के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण
डॉ. शौर्य सुमन का कार्यकाल जमुई के पुलिस प्रशासन के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है। उनके नेतृत्व में नक्सलवाद, अपराध, और कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए, जिन्होंने जिले को शांति और स्थिरता प्रदान की। उनका कार्यकाल आने वाले पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक कर्मियों के लिए प्रेरणादायक रहेगा।
समारोह का समापन लजीज व्यंजनों के साथ हुआ, जहां सभी ने जमकर व्यंजनों का आनंद लिया। इस तरह, यह विदाई समारोह न केवल डॉ. शौर्य सुमन के कार्यकाल की सराहना का अवसर था, बल्कि यह जिले के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण भी साबित हुआ।