प्रगति हांसिल हुए विना ही पूर्णिया के नेताओं में हवाई सेवा का श्रेय बटोरने की होड़

एक पुरानी कहावत प्रचलित है कि पानी में मछली और नौ नौ कुटिया बखड़ा। पूर्णिया में बरसों से चुनावी मुद्दा रहे पूर्णिया एयरपोर्ट से हवाई सेवा चालू करने की मांग अभी तक पूरी भी नहीं हुई और उसका श्रेय लेने की होड़ मच गई।

प्रगति हांसिल हुए विना ही पूर्णिया के नेताओं में हवाई सेवा का श्रेय बटोरने की होड़

सीमांचल  (अशोक/विशाल)

  • पानी में मछली , नौ नौ कुटिया बखड़ा वाली कहाबत हो रही चरितार्थ
  • श्रेय बटोरने की होड़ में शामिल नेताओं की समझ है कि यह मसला बन सकता है अगला चुनावी मुद्दा

बीते 24 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया स्थित वायु सेना के एयरपोर्ट परिसर में पूर्णिया से हवाई सेवा शुरू कराने की दिशा में अधिकारियों के साथ अत्यावश्यक बैठक कर उक्त योजना में उत्पन्न अड़चनों की समीक्षा ही किया कि पूर्णिया के नेतागण पूर्णिया से हवाई सेवा शुरू कराने का श्रेय बटोरने में लग गए और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की झड़ी लगाना शुरू कर दिए।

पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि इस मामले में सबसे पहला प्रयास उन्होंने ही तब शुरू किया था जब देश के नागरिक उड्डयन मंत्री स्वर्गीय शरद यादव और सैयद शाहनवाज हुसैन थे।

उपरोक्त दोनों मंत्रियों के कार्यकाल में पूर्णिया से हवाई सेवा चालू करने के मामले में किए गए पत्राचार और प्राप्त प्रतिउत्तर की तत्कालीन प्रतियों को बतौर सबूत लहराते हुए पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री भी अपने लंबे शासन काल में उस बाबत कोई प्रयास नहीं किये थे और जब पप्पू यादव ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से अनुनय विनय किया तो मुख्यमंत्री को मजबूर होकर इसी मामले में पूर्णिया आकर एयरपोर्ट अथॉरिटी संग बैठक करना पड़ा और हवाई सेवा शुरू कराने में उत्पन्न अड़चनों की समीक्षा करना पड़ा।

पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया से हवाई सेवा शुरू कराने के मामले को लेकर पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा के द्वारा जनता को दिग्भ्रमित कराने वाले झूठे अखबारी बयानबाजी को झूठ का पहाड़ बताया गया।

इस क्रम में दूसरी ओर से पूर्णिया के पूर्व सांसद को आड़े हाथों लेते हुए कहा जाने लगा है कि संतोष कुशवाहा लगातार 10 वर्षों तक सांसद रहे थे लेकिन सिर्फ जुमलाबाजियों में समय गंवाते रहे थे और पूर्णिया एयरपोर्ट के संदर्भ में सांसद रहते हुए कुछ भी प्रगति नहीं करा सके थे।

जबकि इसके प्रतिउत्तर में पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने एयर पोर्ट मसले पर बिहार सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा है कि कुछ लोग अलाउद्दीन के चिराग वाले जिन्न को निकाल कर जनता को बरगला रहे हैं कि वह इस योजना को शुरू करा देंगे।

पूर्व सांसद ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि पूर्णिया वासियों का यह सपना जरूर साकार होगा। लेकिन , इस योजना को समझने की जरूरत है और राज्य व केंद्र की सरकार इस दिशा में प्रयासरत है और संबंधित प्रक्रियाएं पूरे करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

जबकि दूसरी ओर से विरोधी खेमा का कहना है कि पूर्व सांसद के लापरवाही पूर्ण कार्यकाल उजागर हो चुके हैं और अब यह तय हो चुका है कि ऐसे लापरवाह व्यक्ति कभी भी पूर्णिया से सांसद नहीं बन सकते हैं और दूसरी ओर पप्पू यादव की कुर्सी अब टस से मस नहीं हो सकती है।

इस क्रम में स्वयं पप्पू यादव ने भी मीडिया से कहा है कि नीतीश कुमार को सीमांचल की राजनीति में सिर्फ पप्पू यादव का ही खतरा नजर आता है , जिस कारण नीतीश कुमार के पूर्णिया आगमन पर पप्पू यादव को आमंत्रित तक नहीं किया गया।

लेकिन , इसके बावजूद भी पप्पू यादव ने पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर पूर्णिया में मुख्यमंत्री के आगमन के प्रति भारी खुशी जताते हुए अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि नीतीश जी के प्रति वह आभार व्यक्त करते हैं क्योंकि पूर्णिया पधारने का ठोस आग्रह उन्होंने ही मुख्यमंत्री से किया था।

पप्पू यादव के अनुसार , पूर्णिया में हवाई सेवा की शुरूआत कराने का मामला विगत 2015 से ही लंबित पड़ा था और स्वयं मुख्यमंत्री ने ही इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल रखा था।

पप्पू यादव ने कहा कि अंततः मेरे  काफी प्रयास के बाद ही मुख्यमंत्री ने पूर्णिया आने की जहमत उठाई तो मेरे लिए बड़ी गौरव की बात है।

बहरहाल यहां पर यह बता देना भी लाजिमी है कि पूर्णिया के चूनापुर स्थित भारतीय वायु सेना के एयरपोर्ट परिसर में मुख्यमंत्री की उक्त बैठक में प्रोटोकॉल के तहत लोकल बीजेपी विधायक विजय खेमका सहित पूर्णिया जिले की ही नहीं वल्कि पूर्णिया प्रमंडल भर की एकमात्र जदयू विधायक सह जेड सुरक्षा प्राप्त बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह समेत पूर्णिया के पूर्व जदयू सांसद संतोष कुशवाहा की भी शिरकत कराई गई लेकिन उसी प्रोटोकॉल को नजरंदाज कर उक्त बैठक में पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को आमंत्रित तक नहीं किया गया।

मुख्यमंत्री के वापस पटना लौट जाने के बाद पूर्णिया एयरपोर्ट मामले पर पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा और बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह ने अलग अलग श्रेय बटोरने की कोशिशें शुरू की।

 तो दूसरी ओर से पूर्णिया सांसद पप्पू यादव का खेमा भी पूरी तरह से सक्रिय हो इसका श्रेय बटोरने में लग गया है।

लेकिन , सवाल खड़ा होता है कि एयरपोर्ट सिलसिले में पक्के तौर पर विना प्रगति हुए ही नेताओं में श्रेय बटोरने की होड़ मची हुई है । जिससे एक पुरानी कहाबत ही चरितार्थ होती है कि  पानी में मछली और नौ नौ कुटिया बखड़ा।