किशनगंज जिले में बतौर जिलाध्यक्ष जन सुराज की कमान प्रो०मुसब्बिर आलम को तो अररिया में अली रजा और कटिहार में दिनेश पासवान को
किशनगंज जिले में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने सीमांचल क्षेत्र में राजनीतिक विस्तार के तहत प्रोफेसर मुसब्बिर आलम को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। अररिया में अली रजा और कटिहार में दिनेश पासवान को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। यह नियुक्तियाँ पार्टी की पांच सदस्यीय कोर कमिटी द्वारा की गईं, जो सीमांचल के राजनीतिक मिजाज और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए की गई हैं। मुसब्बिर आलम, जो पहले जदयू और जाप के तहत सक्रिय थे, अब जन सुराज पार्टी का नेतृत्व करेंगे। उनकी राजनीतिक परिपक्वता और ज़मीनी पकड़ के कारण उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी की इन नियुक्तियों के बाद क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, खासकर किशनगंज में।
सीमांचल (विशाल/पिंटू/विकास)
भाजपा एनडीए के लिए अबूझ राजनीति के केन्द्र रहे सीमांचल में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी धमक दे ही दिया। इस पार्टी ने सीमांचल के दो जिले अररिया और किशनगंज में मुस्लिम जिलाध्यक्षों क्रमशः अली रजा और प्रो० मुसब्बिर आलम की तैनाती बृहत रूप में आयोजित बैठक के बीच की।
जबकि कटिहार में जिलाध्यक्ष के पद पर दिनेश पासवान की नियुक्ति और पूर्णिया में जन सुराज पार्टी के जिलाध्यक्ष पद पर राकेश कुमार उर्फ बंटी यादव की तैनाती जन सुराज के समर्थकों और कार्यकर्ताओं की भीड़ से लबालब भरी बैठक के बीच की गई।
चुनावी रणनीतिकार के रूप में चर्चित प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी जन सुराज का सीमांचल क्षेत्र में विस्तारित करने के क्रम में सीमांचल के चारो जिलों की आबादी के राजनीतिक मिजाज को परखते हुए और भविष्य की संभावनाओं को टटोलते हुए चारो जिलों के लिए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति पार्टी की पांच सदस्यीय कोर कमिटी के जरिए कराया।
बगैर किसी ताम झाम के बिल्कुल शांतिपूर्ण माहौल में सीमांचल के चारो जिलों में गठित जन सुराज पार्टी की जिला कमिटी का नेतृत्व किशनगंज और अररिया जिले में सीमांचल के बहुसंख्यक मुस्लिम समुदाय के क्रमशः मुसब्बिर आलम को और अली रजा को सौंपा गया है तो कटिहार में दलित समाज के दिलीप पासवान को और पूर्णिया में यादव समाज के बंटी यादव को बतौर अध्यक्ष जन सुराज पार्टी का नेतृत्व सौंपा गया है।
इस क्रम में किशनगंज को लेकर राजनीति के क्षेत्र में काफी गहमा गहमी बढ़ गई है। किशनगंज में जन सुराज पार्टी के जिलाध्यक्ष बनाए गए प्रो० मुसब्बिर आलम किशनगंज जिले के कद्दावर राजनीतिज्ञ की पहचान रखते हैं।
राजद के मरहूम सांसद सह सीमांचल गांधी जनाब तस्लीमुद्दीन साहब के जीवनकाल में सबसे ज्यादा परिपक्व नेता कहे जाने वाले मुसब्बिर आलम जदयू के किशनगंज जिलाध्यक्ष रह चुके हैं और पप्पू यादव की पार्टी जाप के बैनर तले चुनाव भी लड़ चुके हैं और काफी कम वोटों के अंतर से पिछड़ गए थे।उसके बाद गिने चुने कुछ दिन एमआईएम की संगत में भी बिताए थे।इसके अलावा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और जदयू सुप्रीमो सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से व्यक्तिगत संबंध भी स्थापित रखे हैं।जमीनी नेता के रूप में मिली सर्वाधिक लोकप्रियता के कारण ये कभी किसी नेता के दरबारी नहीं बने। और शायद यही कारण है कि जन सुराज पार्टी की कोर कमिटी के सदस्यों ने मिलजुलकर किशनगंज जिला का नेतृत्व बतौर अध्यक्ष इन्हें सौंपा।
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