विधायक अंजार नईमी ने बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र में विकास कार्यों का रिकॉर्ड बनाया
विधायक मोहम्मद अंजार नईमी ने बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र में अपने चार साल के कार्यकाल में विकास कार्यों का एक नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने इस अवधि में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं को धरातल पर उतारा, जो पिछले 21 वर्षों की तुलना में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उनकी योजनाओं में नदी कटाव की समस्याओं का समाधान भी शामिल है, जिससे क्षेत्र की जनता को राहत मिली है। विधानसभा क्षेत्र में की गई उनकी उपलब्धियों के चलते, नईमी जनता के बीच एक लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं। स्वतंत्रता दिवस 2024 के पहले, उन्होंने चुनावी वायदों को पूरा करने का दावा किया है और यह भी कहा है कि अटकी हुई डिग्री कॉलेज की स्थापना का मामला भी उनके प्रयासों से पूरा होगा।
सीमांचल (विशाल/पिंटू)
- एक हजार करोड़ रूपये से अधिक की विकास योजनाएं महज 4 साल के भीतर उतरी सरजमीं पर
- पूर्व के 21वर्षों की तूलना में नईमी के 4 साल के विकास कार्य ने रचा इतिहास
- चुनावी वायदे भी हुए पूर्ण और नदियों के कटाव की त्रासदी से भी जनता को मिली मुक्ति
- विधायक अंजार नईमी ने सभी चुनावी वायदों को पूरा करते हुए अभूतपूर्व विकास कार्य किए
किशनगंज जिले के बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र के राजद विधायक मोहम्मद अंजार नईमी ने अपने प्रथम कार्यकाल में ही क्षेत्र के विकास मद में जो रिकॉर्ड कायम कर लिया है उससे क्षेत्र की जनता के बीच वह चर्चा का विषय ही नहीं वल्कि काफी लोकप्रिय भी हो गए हैं।
जनता में उनको लेकर जारी चर्चाओं के अनुसार , विधायक मोहम्मद अंजार नईमी ने पूर्व विधायको के 21 साल की कार्य अवधि की तूलना में अपने अब तक की महज 4 साल की कार्य अवधि के दौरान ही बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र में रिकॉर्ड विकास कार्यों को अंजाम दिला कर विरोधियों की बोलती बंद कर दी है।
विधायक ने लगभग एक हजार करोड़ रूपये से अधिक की विकास योजनाओं को बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र की सरजमीं पर उतारा और तुर्रा यह कि प्रत्येक वर्ष की नदी कटाव की त्रासदी पर अंकुश लगवाकर भी उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता को सुरक्षित करने का काम कर दिया।
2024 के स्वतंत्रता दिवस समारोह से पूर्व इस विधायक के द्वारा जनता में भेजे जाने वाले संदेशों के मुताबिक, उन्होंने अपने चुनाव के दौरान जनता से जो भी वायदे किए थे उन सभी वायदों को महज 4 साल की कार्य अवधि में ही पूरा कर दिखाया है।
उनका कहना है कि एक डिग्री कॉलेज की स्थापना का मामला अटका पड़ा है तो वह भी उनके प्रयासों से हर हाल में पूर्ण हो कर रहेगा।



