एएमयू के फण्ड और महानन्दा बेसिन योजना के कार्यान्वयन की मांग की पूर्ति में सरकारी आनाकानी से सरकारों के प्रति सीमांचल में बढ़ता जा रहा है असंतोष
सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल को बाढ़ और कटाव की सालाना त्रासदी से मुक्त करने के लिए महानन्दा बेसिन योजना के कार्यान्वयन की मांग के साथ साथ सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल में फैली अशिक्षा को दूर कराने के लिए एएमयू की किशनगंज शाखा के लिए पूर्व से स्वीकृत सरकारी फण्ड को रिलीज करने की मांग सड़क से सदनों तक वर्षों से जारी है
सीमांचल (विशाल कुमार)
सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल को बाढ़ और कटाव की सालाना त्रासदी से मुक्त करने के लिए महानन्दा बेसिन योजना के कार्यान्वयन की मांग के साथ साथ सीमांचल पूर्णिया प्रमंडल में फैली अशिक्षा को दूर कराने के लिए एएमयू की किशनगंज शाखा के लिए पूर्व से स्वीकृत सरकारी फण्ड को रिलीज करने की मांग सड़क से सदनों तक वर्षों से जारी है लेकिन इन मांगों की पूर्ति के लिए सरकारों में नाममात्र की भी कोई दिलचस्पी दिखाई नहीं दे रही है।
पिछले साल से ही बिहार के इकलौते कांग्रेस सांसद डॉ जावेद आजाद संसद भवन में लगातार इन मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी किए हुए हैं और सरकार की ओर से कोई सुगबुगाहट तक देखने को नहीं मिल रही है।
अभी अभी कांग्रेस के किशनगंज सांसद डॉ जावेद आजाद ने संसद सत्र के दौरान उपरोक्त मुद्दों पर जमकर सरकार के साथ बहस की और अपनी मांगें दोहराये , लेकिन , सरकार की कान पर एक जूं तक नहीं रेंगी।
इन्हीं मुद्दों पर सीमांचल के क्षेत्रों में एआईएमआईएम की राजनीतिक गतिविधियां भी लगातार जारी हैं और एमआइएम की ओर से भी समय समय पर बिहार की सरकार को घेरे जाते रहे हैं लेकिन , घोर आश्चर्य की बात है कि सीमांचल को बाढ़ की त्रासदी से बचाने की दिशा में न तो महानन्दा बेसिन योजना का कार्यान्वयन कराया जा रहा है और न ही एएमयू के फण्ड को रिलीज करने की कोई सुगबुगाहट सरकार की ओर से की जा रही है।
जिस कारण सम्पूर्ण सीमांचल में बिहार सरकार और केन्द्र सरकार के प्रति असन्तोष फैलता जा रहा है।



