राजद में शहाबुद्दीन परिवार की वापसी: मुस्लिम वोट बैंक बचाने की रणनीति

बिहार की राजनीति में उभर रहे प्रशांत किशोर के प्रभाव को देखते हुए लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने मुसलमानों के समर्थन को बनाए रखने के लिए स्वर्गीय सांसद शहाबुद्दीन के परिवार, जिसमें उनके बेटे ओसामा शहाब और पत्नी हिना शहाब शामिल हैं, को फिर से राजद में शामिल किया है। इस राजनीतिक कदम को राजद की ओर से मुसलमानों का समर्थन वापस पाने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जो पहले परिवारवाद और उपेक्षा के चलते राजद से दूर हो गए थे। जन सुराज पार्टी के नेता शाहनवाज आलम ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की एंट्री से राजद, जदयू, और भाजपा समेत कई दल अपनी राजनीतिक स्थिति को बचाने की कोशिश में पुराने संबंधों को पुनः जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। आगामी विधान सभा चुनाव का परिणाम यह तय करेगा कि मुस्लिम समाज ने किस दल का समर्थन किया है और जातिवादी राजनीति करने वाले दलों को किस प्रकार की प्रतिक्रिया मिली है।

राजद में शहाबुद्दीन परिवार की वापसी: मुस्लिम वोट बैंक बचाने की रणनीति

सीमांचल  अशोक/विशाल

  • प्रशांत किशोर से अस्तित्व बचाने की उपाय में लालू तेजस्वी ने भूले बिसरे रिश्तों को दोबारा कायम कराने स्वर्गीय सांसद शहाबुद्दीन फैमिली को राजद में शामिल किया
  • कहा आने वाले अगले विधान सभा चुनाव का रिजल्ट बताएगा कि मुसलमानों ने किसे साथ दिया

अपनी जिंदगी में बिहार भर में चर्चित रहने वाले स्वर्गीय सांसद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब और उनकी मां हिना शहाब के फिर से राजद में शामिल होने की हुई विस्मयकारी राजनीतिक घटना की चर्चा बिहार के चप्पे चप्पे में शुरू हो गई है।

जदयू इस अकस्मात घटी राजनीतिक घटना से भौचक हो गई है। जबकि दूसरी ओर से इस राजनीतिक घटना को जन सुराज के बढ़ते प्रभाव से राजद को बचाने की आश्चर्यजनक कोशिश बताया जा रहा है।

पूर्णिया जिले के बायसी विधान सभा क्षेत्र के जन सुराज पार्टी के संस्थापक नेता शाहनवाज आलम ने राजद के अंदर घटी इस नई अप्रत्याशित राजनीतिक घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जिस लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने परिवारवाद की राजनीति को बढ़ावा देने के चक्कर में मरहूम सांसद शहाबुद्दीन की फैमिली को समय समय पर प्रताड़ित होने के लिए छोड़ा था और उसी कारण बिहार भर के लगभग आधे मुसलमानों का रिश्ता नाता राजद से भंग हो गया था , आज उन्हीं सभी मुसलमानों के सहयोग की जरूरत महसूस होने पर लालू यादव और तेजस्वी यादव ने किसी तरह से इन नामचीन हस्तियों को मनमनौव्वल के साथ फिर से राजद में घसीट लाया है।

जन सुराज पार्टी के संस्थापक नेता सह पूर्णिया जिले के बायसी विधान सभा क्षेत्र के भावी कर्णधार शाहनवाज आलम ने कहा कि बिहार की चुनावी राजनीति में सक्रिय भूमिका में सामने आए प्रशांत किशोर की रणनीति के अंतर्गत राजद से मुसलमानों के हो रहे मोह भंग को देखते हुए लालू और तेजस्वी ने हिना सहाब और ओसामा को राजद में फिर से ज्वॉइन कराया।

जन सुराज पार्टी के नेता शाहनवाज आलम ने कहा कि बिहार में अबकी बार सिर्फ जन सुराज पार्टी की ही आंधी चलने वाली है और उक्त चुनावी आंधी की चपेट में आकर बिहार की सत्तारूढ़ जेडीयू भाजपा सहित राजद का भी सफाया होना तय हो गया है।

उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा के लिए बिहार में होने वाले अगले विधान सभा चुनाव का रिजल्ट ही बताएगा कि बिहार में मुस्लिम समाज का वोट किसे मिला और जातिवादी राजनीति करने वाली पार्टियों को किस तरह से मुहतोड़ ज़बाब मिला।

बायसी विधान सभा क्षेत्र के जन सुराज पार्टी के नेता शाहनवाज आलम ने कहा कि बिहार में इसी वजह से राजनीति में हुई प्रशांत किशोर की धमक ने जदयू भाजपा और राजद की नींद हराम कर दी है और प्रशांत किशोर की राजनीतिक कोप से बचने की जुगत में बिहार की उपरोक्त तमाम घिसी पिटी पार्टियां अपने अगले अस्तित्व को बचाए रखने की जुगत में जोरशोर से भूले बिसरे रिश्तों को दोबारा कायम कराने की फिराक में लग गई हैं।